Bangladesh on Citizenship Amendment Bill: नागरिकता संशोधन बिल पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन ने कहा- भारत में अपनी कई परेशानियां हैं. उन्हें आपस में लड़ने दो, हमें फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने ये भी कहा कि भारत के गृह मंत्री अमित शाह को गलतफहमी है कि बांग्लादेश में सांप्रदायिक सद्भाव अच्छा नहीं है. अमित शाह बांग्लादेश आकर रहें फिर उन्हें यहां सांप्रदायिक सद्भाव दिखेगा. एके अब्दुल मोमिन ने उन आरोपों को खारिज कर दिया है कि अल्पसंख्यकों को वहां यानि बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है.
नई दिल्ली. बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमन ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में भारत के ऐतिहासिक चरित्र को कमजोर कर सकता है और इस आरोप को खारिज कर दिया कि अल्पसंख्यक अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे थे. उन्होंने कहा, भारत ऐतिहासिक रूप से एक सहिष्णु देश है जो धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करता है लेकिन उनकी ऐतिहासिक स्थिति कमजोर हो जाएगी यदि वे इससे भटक जाते हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत दोस्ती के संबंधों का आनंद ले रहे थे, जिन्हें द्विपक्षीय संबंधों का सुनहरा अध्याय कहा गया था और इसलिए, स्वाभाविक रूप से हमारे लोगों को उम्मीद है कि भारत ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता जो उनके बीच चिंता पैदा कर सके.
मोमन ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक दमन के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि जिसने भी उन्हें जानकारी दी है, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा, हमारे देश के कई महत्वपूर्ण निर्णय अलग-अलग धर्मों के व्यक्तियों द्वारा लिए जाते हैं. हम कभी भी किसी को उनके धर्म से नहीं आंकते हैं. मोमन ने कहा कि बांग्लादेश ने मजबूत धर्म सद्भाव बनाए रखा और सुनिश्चित किया कि सभी धर्मों के अनुयायी हर क्षेत्र में समान अधिकारों का आनंद लें. उन्होंने कहा, बहुत कम ही देश ऐसे हैं जहां सांप्रदायिक सद्भाव बांग्लादेश में उतना ही अच्छा है. यदि वह (गृह मंत्री अमित शाह) कुछ महीनों के लिए बांग्लादेश में रहे, तो उन्हें हमारे देश में अनुकरणीय सांप्रदायिक सौहार्द दिखाई देगा.
Dr AK Abdul Momen, Bangladesh Min of Foreign Affairs says,“There are a very few countries where communal harmony is as good as in Bangladesh. If he (Home Min Amit Shah) stayed in Bangladesh for few months, he would see exemplary communal harmony in our country": Bangladesh media pic.twitter.com/TGpTDeYahu
— ANI (@ANI) December 12, 2019
उन्होंने गुरुवार को ढाका अर्ल आर मिलर में अमेरिकी राजदूत के साथ अपनी बातचीत के दौरान कहा, दूत ने सीएबी के बारे में अमेरिका की चिंता व्यक्त की. यूएस उस के बारे में महत्वपूर्ण विचार कर रहे हैं. उनका मानना है कि भारत ने इस विधेयक को पारित करके अपनी स्थिति को कमजोर कर दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि, भारत के अपने देश के भीतर कई समस्याएं हैं. उन्हें आपस में लड़ने दें. यह हमें परेशान नहीं करता है. एक मित्र देश के रूप में, हम आशा करते हैं कि भारत कुछ ऐसा नहीं करेगा जो हमारे दोस्ताना संबंधों को प्रभावित करता है.
Minister of Foreign Affairs of Bangladesh says,"They (India) have many problems within their country. Let them fight among themselves. That does not bother us. As a friendly country, we hope that India will not do something that affects our friendly relationship":Bangladesh media https://t.co/a0QiZ1V0gk
— ANI (@ANI) December 12, 2019
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