पहले श्रीलंका फिर पाकिस्तान अब बांग्लादेश का खजाना भी खाली

नई दिल्ली, श्रीलंका अभी आर्थिक संकट से उभरा भी नहीं है कि पाकिस्तान इस संकट में फंसता नज़र आ रहा है. अब इस संकट के सामने भारत का एक और पड़ोसी देश, बांग्लादेश भी खड़ा नज़र आ रहा है. बांग्लादेश अब आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहा है जहां देश का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म […]

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पहले श्रीलंका फिर पाकिस्तान अब बांग्लादेश का खजाना भी खाली

Riya Kumari

  • May 26, 2022 5:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, श्रीलंका अभी आर्थिक संकट से उभरा भी नहीं है कि पाकिस्तान इस संकट में फंसता नज़र आ रहा है. अब इस संकट के सामने भारत का एक और पड़ोसी देश, बांग्लादेश भी खड़ा नज़र आ रहा है. बांग्लादेश अब आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहा है जहां देश का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म हो रहा है.

बांग्लादेश भी बना श्रीलंका

जानकारी के अनुसार अब धीरे-धीरे बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार ख़त्म होने की कगार पर है. जहां इस भंडार पर बढ़ते दबाव के कारण वहाँ की सरकार आयात बिल को कम करने का फैसला लिया है. बांग्लादेश के एक दैनिक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ग़ैर-ज़रूरी चीज़ों के आयात को अब रोकने का प्रयास कर रही है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे बांग्लादेश की सरकार अपने अधिकारियों की विदेश यात्राओं पर भी सीमानिर्धारण कर रही है. बांग्लादेश सरकार ने फूल, फल, फर्नीचर और कॉस्मेटिक्स समेत 135 उत्पादों पर आयात शुल्क 20 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है.

क्या कहते हैं आंकड़े?

आधकारिक आकड़ें भी यही बताते हैं कि बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं है. जहां बांग्लादेश के नेशनल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी कि इससे पहले इन उत्पादों पर अधिकतम आयात शुल्क तीन फ़ीसदी था. वहीं विदेशी मुद्रा भंडारण की बात करें तो 19 मई को बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 42.2 अरब डॉलर था. इस रक़म से बांग्लादेश अपना पाँच महीने तक का आयात बिल भर सकता है लेकिन पांच महीने बाद क्या होगा इस बात की चिंता बांग्लादेश सरकार को है. हालांकि यदि बात करें तो पाकिस्तान की तुलना में अभी भी बांग्लादेश के पास दोगुने से ज़्यादा विदेशी मुद्रा भंडार है. जहां पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार 16 अरब डॉलर का है. पिछले साल अगस्त की बात करें तो बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 48.1 अरब डॉलर का था.

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