नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश में बीते सोमवार को भड़की हिंसा के बाद देश छोड़कर भागी हसीना के बाद वहां स्थिति और बदतर हुई। हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर को जलाया, मंदिर लूटे और अल्पसंख्यंक महिलाओं के साथ बदतमीज़ी की। हिंसा में चुन-चुनकर हिंदू घरों में आग […]
नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश में बीते सोमवार को भड़की हिंसा के बाद देश छोड़कर भागी हसीना के बाद वहां स्थिति और बदतर हुई। हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर को जलाया, मंदिर लूटे और अल्पसंख्यंक महिलाओं के साथ बदतमीज़ी की। हिंसा में चुन-चुनकर हिंदू घरों में आग लगाया गया। अत्याचार जब बर्दाश्त से बाहर हो गया तो हिंदू सड़क पर उतर आये हैं। उन्होंने नई सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। अगर नई सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए कदम नहीं उठाये तो वो बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
शुक्रवार को राजधानी ढाका की सड़कों पर उतरे हिंदुओं ने कहा कि बांग्लादेश किसी के बाप नहीं है। हमने इस देश को खून दिया है। जरूरत पड़ी तो आगे भी खून देंगे लेकिन देश छोड़कर कहीं और नहीं जायेंगे। अत्याचार के विरोध में उन्होंने ढाका के शाहबाग चौराहे तक मार्च निकाला। उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने मोहम्मद यूनुस के सामने स्पष्ट कर दिया है कि वो देश छोड़कर कही नहीं जायेंगे। जिन लोगों के घर में लूटपाट की गई है, जिनकी संपत्ति जलाई गई है। सरकार उन सभी को मुआवजा दे। साथ ही जिन मंदिरों को तोड़ा गया है, उनका फिर से निर्माण कराया जाए। वो देश किसी कीमत पर छोड़ने वाले नहीं हैं। अपने अधिकार के लिए सड़क पर रहेंगे। बता दें कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेशी मीडिया ने कई रिपोर्ट्स में बताया कि वहां पर अल्पसंख़्यकों पर हमले हो रहे हैं।
बस बहुत हुआ! अत्याचार के खिलाफ सड़क पर उतरे बांग्लादेशी हिंदू, शेख हसीना का मिला समर्थन