नई दिल्ली। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में इस वक्त मौत का नंगा नाच हो रहा है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस नाम की पैसेंजर ट्रेन को हाईजैक कर लिया है। इस हाईजैकिंग के दौरान बलूच लड़ाकों और ट्रेन की सुरक्षा कर रहे पाक आर्मी के जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मुठभेड़ में 20 से ज्यादा पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं।
हालांकि अभी तक पाकिस्तान सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर इन मौतों की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच खबर है कि पाक सरकार ने चोरी छिपे 40 एंबुलेंस को हाईजैकिंग वाली जगह पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि ये एंबुलेंस मारे गए और घायल हुए पाकिस्तानी सैनिकों को बलूचिस्तान से बाहर लाएगी।
मालूम हो कि बलूच लिबरेशन आर्मी एक अलगाववादी संगठन है। बलूच आर्मी का मानना है कि पाकिस्तान ने जबरदस्ती उन्हें अपने देश में शामिल किया हुआ है। बलूचिस्तान को एक अलग मुल्क होना चाहिए। पाकिस्तान की आर्मी और उनकी सरकार बलूच लोगों को दोएम दर्जे का नागरिक मानती है।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ट्रेन हाईजैक करने को लेकर एक बयान जारी किया है। इस बयान में बलूच आर्मी ने कहा है कि हमने धादर, माशकाफ और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया था। सबसे पहले हमारे लड़ाकों ने रेलवे ट्रैक को उड़ाया। जिसके बाद जाफर एक्सप्रेस को मजबूरी में रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने ट्रेन की सुरक्षा कर रहे पुलिस वालों और पाकिस्तानी सेना से सैनिकों को पीटकर उन्हें बंधक बनाया, फिर हमने ट्रेन पर कब्जा कर लिया।
बीएलए ने अपने बयान में कहा है कि हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को बंधक नहीं बनाया, हमने उन्हें छोड़ दिया है। हमने सिर्फ पुरुष यात्रियों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया है। मीडया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है। इन लोगों को फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन मिला हुआ है।
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