नई दिल्ली। पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान के हालात काफी चिंताजनक हो गए हैं। हजारों बलूच नागरिक इस वक्त पाकिस्तान से आजादी की मांग करते हुए बलूचिस्तान की सड़कों पर उतरे हुए हैं। बलूचिस्तान का यह संघर्ष अब अपने चरम पर पहुंच चुका है। दूसरी ओर पाकिस्तानी आर्मी विद्रोह को कुचलने के लिए अत्याचार और हिंसा का सहारा ले रही है।
इस बीच पाकिस्तान की मशहूर यूट्यूबर सना अमजद ने बड़ा दावा किया है। अमजद ने कहा है कि बलूचिस्तान बहुत जल्द बांग्लादेश के जैसे पाकिस्तान से अलग हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के स्कूलों में अब पाकिस्तान का झंडा नहीं लगाया जा रहा है, जो इस बात का इशारा कर रहा है कि जल्द ही बलूचिस्तान का बंटवारा होने वाला है।
बलूच लिबरेशन आर्मी के बारे में जानें
बलूच लिबरेशन आर्मी एक अलगाववादी संगठन है। बलूच आर्मी का मानना है कि पाकिस्तान ने जबरदस्ती उन्हें अपने देश में शामिल किया हुआ है। पाकिस्तान के लोग बलूचिस्तान के संसाधनों से देश के बाकी हिस्सों का विकास कर रहे हैं, लेकिन वहां का विकास नहीं कर रहे हैं। बलूच आर्मी का मानना है कि बलूचिस्तान को एक अलग मुल्क होना चाहिए। पाकिस्तान की आर्मी और उनकी सरकार बलूच लोगों को दोएम दर्जे का नागरिक मानती है।
बलूचिस्तान में झगड़े की असली वजह
बता दें कि बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति, उसे दुनिया के सबसे अमीर स्थानों की गिनती में खड़ा कर देती है। बलूचिस्तान की जमीन के नीचे तांबा, सोना, कोयला, यूरेनियम और अन्य खनिजों का अकूत भंडार मौजूद है। इसी वजह से यह पाकिस्तान का सबसे अमीर राज्य है। पाकिस्तान की रेको दिक खान सोने और तांबे की दुनिया की सबसे बड़ी खदानों में से एक है।
अनुमान जताया जाता है कि यहां पर 590 करोड़ टन खनिज हो सकता है। इसके प्रति टन भंडार में करीब 0.22 ग्राम सोना और 0.41 फीसदी तांबा है। इस हिसाब से जोड़े तो रेको दिक खान में 40 करोड़ टन सोना इस वक्त छिपा हुआ है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 174 लाख करोड़ रुपए है।
इतना खनिज भंडार होने के बावजूद इस इलाके को पाकिस्तान का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता है। बलूच लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान ये बेशकीमती खदानें चीन को देना चाहता है। मालूम हो कि पाकिस्तान पर इस वक्त करीब 125 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जिसे चुकाने के लिए वो इन खनाजों का सौदा करना चाहता है।
यह भी पढ़ें-
हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो! भरी संसद में विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को लताड़ा