पाकिस्तान नई दिल्ली, पाकिस्तान में अब इमरान खान की सरकार अब सत्ता खो चुकी है. इस दौरान विपक्ष ने भी अपना संयुक्त पीएम दावेदार तय कर दिया है. विपक्ष का पीएम चेहरा शाहबाज़ शरीफ हैं जो आज पाकिस्तान प्रधानमंत्री चुनाव का नामांकन दे चुके है जिसपर इमरान की पार्टी ने आपत्ति जताई थी. लेकिन अब […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान में अब इमरान खान की सरकार अब सत्ता खो चुकी है. इस दौरान विपक्ष ने भी अपना संयुक्त पीएम दावेदार तय कर दिया है. विपक्ष का पीएम चेहरा शाहबाज़ शरीफ हैं जो आज पाकिस्तान प्रधानमंत्री चुनाव का नामांकन दे चुके है जिसपर इमरान की पार्टी ने आपत्ति जताई थी. लेकिन अब सत्ता से हाथ धो बैठी पार्टी के लिए एक और बुरी खबर ये है कि उनकी इस आपत्ति को नेशनल असेंबली सचिवालय ख़ारिज कर दिया है.
बता दें कि इमरान खान की पार्टी अब सत्ता खोने के बाद कई तरफ से विरोध प्रदर्शन कर रही है. जहां पीटीआई मंत्री फवाद चौधरी ने ये बात साफ़ कर दी है कि पाकिस्तान की नयी सरकार के खिलाफ इमरान की पार्टी पूरी तरह से विरोध करेगी जिससे पाक की नयी सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है. पीटीआई के सांसद अपना इस्तीफ़ा दे रहे हैं. लेकिन इसी बीच कई पीटीआई सांसद अपना इस्तीफा देने को तैयार नहीं है.
अपने नामांकन के दौरान शाहबाज़ शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर भी बात की. जहां उन्होंने कहा, हम भारत से बेहतर रिश्ते चाहते हैं और इस दौरान कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत से बात भी करेंगे. उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सद्भाव उनकी पहली प्राथमिकता होगी लेकिन इस बीच कश्मीर के मुद्दे के हल के बिना वह आगे भी नहीं बढ़ेंगे. अविश्वास प्रस्ताव में इमरान खान को हराने के बारे में उन्होंने कहा, मैं अतीत की कड़वाहट को लेकर आगे नहीं बढ़ना चाहता. हम बदले की भावना से किसी को जेल नहीं भेजेंगे. शाहबाज़ ने कार्रवाई या अन्याय नहीं करने की बात कही.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार- रविवार देर रात हुई वोटिंग में इमरान खान सरकार गिर गई है। 342 सदस्यों वाली सदन में विपक्ष को 174 वोट मिले, जो सरकार बनाने के लिए पूर्ण है। किसी भी पार्टी को सत्ता में आने के लिए 342 में से 172 वोटों की जरूरत होती है. खबरों के मुताबिक संयुक्त विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। यहाँ आपको बता दें कि शहबाज शरीफ अकेले ऐसे नेता नहीं है जिन्होंने इमरान खान सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई है बल्कि उनके साथ कहीं ऐसा नेता है जिन्होंने खान को आउट करने में मदद की है।