नई दिल्ली: बांग्लादेश की सियासत में शेख हसीना की कट्टर दुश्मन माने जानी वालीं खालिदा जिया ने जेल से निकलने के बाद पहली बार देश को संबोधित किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं देश के उन बहादुर लोगों को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने अपनी जान को दांव पर लगाकर इसे (तख्तापलट) मुमकिन बनाया […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश की सियासत में शेख हसीना की कट्टर दुश्मन माने जानी वालीं खालिदा जिया ने जेल से निकलने के बाद पहली बार देश को संबोधित किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं देश के उन बहादुर लोगों को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने अपनी जान को दांव पर लगाकर इसे (तख्तापलट) मुमकिन बनाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे देश को अब शांति और प्यार की जरूरत है. तबाही और बदले की भावना से हमें कुछ नहीं मिलेगा.
करीब 6 साल बाद देश के नाम अपने संबोधन में खालिदा जिया ने कहा कि यह जीत हमें लूट, भ्रष्टाचार और गलत राजनीति से बाहर निकलने का मौका दे रही है. हमें हमारे देश को विकसित बनाना है. हमारे युवा ही इस देश का भविष्य हैं. हमें युवाओं के सपनों को सच करने के लिए बांग्लादेश को एक सशक्त लोकतांत्रिक देश बनाना है.
तख्तापलट होने के बाद विपक्ष की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को जेल से रिहा करने का आदेश जारी किया गया था. विपक्ष के नेताओं के साथ चर्चा के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने खालिदा जिया को रिहा करने का ऑर्डर दिया. बता दें कि खालिदा जिया चीन समर्थक हैं। जिया के कार्यकाल में भारत और बांग्लादेश के संबंध अच्छे नहीं रहे थे.
खालिदा जिया शेख हसीना की प्रबल विरोधी हैं. 78 वर्षीय खालिदा मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष हैं. 1991 में वो बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं. पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद वो राजनीति में आईं. खालिदा को भ्रष्टाचार के एक मामले में 17 साल की सजा मिली थी. इसके बाद 2018 में उन्हें जेल भेज दिया गया था.
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