Bangladesh News: बांग्लादेश की सियासत में एक बार फिर हलचल मची है. देश की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना, ब्रिटिश सांसद तुलिप रिजवाना सिद्दीक और 50 अन्य लोगों के खिलाफ 13 अप्रैल, 2025 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. यह कार्रवाई कथित तौर पर सत्ता के दुरुपयोग के जरिए अवैध जमीन हड़पने के आरोपों के तहत की गई है.

अदालत का सख्त कदम

बांग्लादेश की एक स्थानीय अदालत ने यह फैसला सुनाया कि शेख हसीना और उनके सहयोगियों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर गैरकानूनी तरीके से जमीन हासिल की. इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अदालत ने तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए. यह पहली बार नहीं है जब शेख हसीना कानूनी कार्रवाई के घेरे में आई हैं. इससे पहले भी उनके खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध और जबरन गायब करने जैसे गंभीर आरोपों में वारंट जारी हो चुके हैं.

शेख हसीना का सियासी संकट

शेख हसीना को अगस्त 2024 में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था. जिसके बाद वह भारत में निर्वासन में रह रही हैं. उनकी अनुपस्थिति में बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार सत्ता संभाल रही है. कई विश्लेषकों का मानना है कि हसीना के खिलाफ ये कानूनी कार्रवाइयां सियासी बदले की भावना से प्रेरित हो सकती हैं. यह मामला न केवल कानूनी है बल्कि इसमें सियासी रंग भी साफ दिखाई देता है.

अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और विवाद

इस मामले में ब्रिटिश सांसद तुलिप रिजवाना सिद्दीक का नाम भी शामिल होना चर्चा का विषय बना हुआ है. तुलिप पर आरोप है कि उन्होंने इस अवैध जमीन सौदे में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भूमिका निभाई. यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की छवि को प्रभावित कर सकता है.

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