Antonio Guterres United Nations Finance Low, Antonio Gueterres UN ke Secretary ne btaya ki paise ho rhe khatam: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दावा किया है कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने कहा है कि इस महीने के अंत तक यूएन के पास पैसे नहीं होंगे. वो पूरी कोशिश कर रहे हैं कि काम करने वालों की सैलेरी दे दी जाए. संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में 37,000 कर्मचारियों के लिए पत्र में, एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि वेतन और पात्रता का भुगतान करने के लिए सुनिश्चित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, हमारे वित्तीय स्वास्थ्य के लिए अंतिम जिम्मेदारी सदस्य राज्यों के साथ है.
नई दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र ने जानकारी दी है कि यूएन के पास 230 मिलियन की कमी चल रही है. इस बारे में बताते हुए महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को कहा कि यूएन में आर्थिक कमजोरी है और अक्टूबर के अंत तक पैसे खत्म हो सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में 37,000 कर्मचारियों के लिए अभिप्राय और एएफपी द्वारा प्राप्त एक पत्र में, गुटेरेस ने कहा कि वेतन और पात्रता का भुगतान करने के लिए अनिर्दिष्ट अतिरिक्त रोक-अंतर उपायों को लेना होगा. उन्होंने कहा, सदस्य राज्यों ने 2019 में हमारे नियमित बजट संचालन के लिए आवश्यक कुल राशि का केवल 70 प्रतिशत का भुगतान किया है.
उन्होंने कहा, यह सितंबर के अंत में 230 मिलियन डॉलर की नकदी की कमी में बदल गया. हम अंत तक अपने बैकअप तरलता भंडार को कम करने का जोखिम चलाते हैं. लागत में कटौती के लिए, गुटेरेस ने सम्मेलनों और बैठकों को स्थगित करने और सेवाओं को कम करने का उल्लेख किया, जबकि आधिकारिक यात्रा को केवल आवश्यक गतिविधियों तक सीमित रखने और ऊर्जा बचाने के उपाय के लिए लिखा.
संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा, गुटेरेस ने इस साल की शुरुआत में सदस्य देशों से कहा था कि वे विश्व निकाय को कैश फ्लो की समस्याओं से निपटने में योगदान दें, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. हमारे वित्तीय स्वास्थ्य के लिए अंतिम जिम्मेदारी सदस्य राज्यों के साथ है. हालांकि यह शामिल नहीं है कि शांति अभियानों के लिए यह क्या भुगतान करता है, 2018-2019 के लिए संयुक्त राष्ट्र का परिचालन बजट 5.4 बिलियन डॉलर के करीब है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका का 22 प्रतिशत योगदान है.
Also read, ये भी पढ़ें: Rajnath Singh Rafale Receiving in France Live Updates: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज राफेल मिलने के बाद पेरिस में करेंगे शस्त्र पूजा
बता दें कि यूएन के पास पैसों की कमी से कई यात्राओं को कम कर दिया जाएगा और सम्मेलनों और बैठकों में भी कमी आएगी. साथ ही यूएन के मेंबर्स यानि उन देशों से जो यूएन से जुड़े हैं उनसे कुछ मदद की मांग की जाएगी. यूएन के कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए अन्य देशों को मदद करनी होगी.