नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोप लगाए जाने के बाद तनाव और बढ़ता जा रहा है. इसके बाद से ही कनाडा में हिंदुओं को लगातार धमकी दी जा रही है. ऐसे में भारतीय मूल के अमेरिकियों के एक संगठन ने हिंदुओं के खिलाफ कनाडा में बढ़ रही नफरत की घटनाओं […]
नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोप लगाए जाने के बाद तनाव और बढ़ता जा रहा है. इसके बाद से ही कनाडा में हिंदुओं को लगातार धमकी दी जा रही है. ऐसे में भारतीय मूल के अमेरिकियों के एक संगठन ने हिंदुओं के खिलाफ कनाडा में बढ़ रही नफरत की घटनाओं की निंदा की. उन्होंने ओटेवा से इस मुद्दे पर मौन समर्थन नहीं करने को कहा है.
दरअसल कनाडा में खालिस्तान समर्थक समूह का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हिंदुओं को देश छोड़ने की धमकी दी जा रही है. इस आपत्तिजनक वीडियो को लेकर भारतीय-अमेरिकियों ने कनाडा की सरकार से यह मांग की है कि कनाडा में हिन्दू मंदिरों को जो नुकसान पहुंचाया जा रहा है उस पर रोक लगानी चाहिए. उनका कहना है कि खालिस्तानी आतंकवादी कनाडा की धरती पर मंदिरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं साथ ही हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं यह चिंताजनक है.
अमेरिका के हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर इंदु विश्वनाथन ने इस मसले पर कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी हिंदू मंदिरों को क्षतिग्रस्त करके हिंदू लोगों को धमकी दे रहे हैं. ऐसे लोगों का चुप रहना एक तरह से उनका समर्थन करने के बराबर है. फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज के खांडेराव कांड ने कहा कि कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को आतंकवाद को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ नहीं जोड़ना चाहिए. उन्हें कट्टरपंथी गतिविधियों पर रोक लगाना चाहिए साथ ही कूटनीतिक तरीके से अंतरराष्ट्रीय स्थिति को संभालना चाहिए.
तमिलनाडु: सीएम स्टालिन ने हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को दी श्रद्धांजलि