नई दिल्ली: अमेरिका की एक रिपोर्ट में ने चीन को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की मीडिया पर चीन अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय अभियानों का एक नेटवर्क बना रहा है जो पाकिस्तान सहित […]
नई दिल्ली: अमेरिका की एक रिपोर्ट में ने चीन को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की मीडिया पर चीन अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय अभियानों का एक नेटवर्क बना रहा है जो पाकिस्तान सहित चीन के दूसरे सहयोगी देशों में मीडिया का नैरेटिव अपने पक्ष में करना चाहता है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि चीन रूस के साथ मिलकर सूचना के क्षेत्र में काम कर रहा है. ताकि दुनिया भर में अपने पक्ष में माहौल बनाया जा सके.
पाकिस्तान में चल रहे चीन की परियोजना सीपेक पर भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में चीन की काफी आलोचना होती है. अब चीन ने मीडिया पर नियंत्रण स्थापित करके सीपेक को लेकर चल रहे आलोचना का मुकाबला करने का फैसला किया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान और चीन ने मिलकर सीपेक रैपिड रेस्पॉन्स इंफोर्मेशन नेटवर्क अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत जल्द ही सीपेक की तर्ज पर चीन,पाकिस्तान मीडिया कॉरिडोर को शुरू किया जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2021 में पाकिस्तान और चीन के बीच इस मसले पर पहले ही बातचीत हुई थी.
अमेरिकी रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है कि दोनों देश साथ मिलकर कथित अफवाहों को रोकने के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करने पर भी चर्चा कर रहे हैं. साथ ही यह भी जानकारी दी जा रही है कि लोगों के विचारों को अपने पक्ष में करने के लिए अहम खबरों का उर्दू में अनुवाद किया जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की सरकार दुनियाभर में अरबों डॉलर खर्च करके अपने पक्ष में सकारात्मक माहौल बना रही है और आलोचना करने वाली खबरों को दबाने का प्रयास कर रही है.
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