अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि दूसरे अमीर देशों को दी जा रही सुरक्षा के बदले उसकी कीमत वसूलने को लेकर वे अपने ही राज में अकेला महसूस करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि दूसरे अमीर देशों को जब हम सुरक्षा दे रहे हैं तो वे हमें इसके बदले पैसा क्यों नहीं देते कई बड़े सैन्य अधिकारी इस बात को समझना नहीं चाह रहे.
नई दिल्ली. अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह अपने ही राज में दूसरे देशों की सुरक्षा में भारी लागत की प्रतिपूर्ति के मुद्दे कतो लेकर अकेले पड़ गए हैं. ट्रंप ने कहा कि लोग उनकी बात 3 से 4 बार दोहराए जाने पर समझते हैं. वाशिंगटन की न्यूज वेबसाइट द डेली कॉलर से बात चीत में ट्रंप ने कहा कि हम अमीर देशों को सुरक्षा प्रदान करते हैं लेकिन वे हमें इसके लिए हमें कोई पैसा नहीं दे रहे. मैंने कहा कि अगर आप अमीर है तो हम आपको सुरक्षा क्यों दे रहे हैं. हम इसकी प्रतिपूर्ति के लिए पैसा क्यों नहीं लेते? जो इतना अधिक खर्च हम उनपर कर रहे हैं हमें उसका पैसा लेना चाहिए. मुद्दे पर अकेले होने के सवाल पर उन्होंने कहा- हां अजीब ढंग से अकेला पड़ गया हूं.
उन्होंने कहा कि कई बड़े सैन्य अधिकारी इस बात को समझना नहीं चाह रहे. बहुत से लोग इस बात को समझ नहीं पा रहे. एक बात को जब तीसरी या चौथी बार कहता हूं तब जाकर लोग कहते हैं – वाह ये सही कह रहा है. मैं एक के बाद अन्य देश में जा सकता हूं लेकिन मैं उन्हें शर्मिंदा नहीं करना चाहता.
उन्होंने कहा कि मैं खुद से कहता हूं- ठीक है आपके पास एक देश है जो काफी धनी है, हम उसकी रक्षा कर रहे हैं. हम इस पर इतना पैसा भी लगा रहे हैं और आप हमें उसे चुकता भी नहीं कर रहे. उन्होंने कहा- ‘मैं क्यों ईमानदार रहूंगा , मैंने देशों से पूछा है? मैंने कहा है. आपको हमें प्रतिपूर्ति करनी होगी. सबसे पहले, वे बात को नहीं समझे और 5 मिनट के भीतर, वे सहमत हो गए.’