नई दिल्ली। सीरिया में बशर-अल-असद सरकार के तख्तापलट के बाद अब विद्रोहियों का राज है। इस बीच अमेरिका ने सीरिया की नई विद्रोही सरकार पर बड़ी मेहरबानी दिखाई है। अमेरिका ने सीरिया के विद्रोही गुट तहरीर अल शाम (HTS ) के नेता अबु मोहम्मद अल जुलानी आतंकियों की सूची से हटा दिया है।

करोड़ों के इनाम को हटा लिया

इसके साथ ही अमेरिका ने जुलानी के ऊपर घोषित 10 मिलियन डॉलर (85 करोड़) के इनाम को भी हटा लिया है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों सीरिया के विद्रोही गुट के नेताओं और अमेरिकी अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।

विद्रोहियों के कब्जे में है सीरिया

बता दें कि सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है। राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है। हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में सेना ने अपना कब्जा बनाया हुआ है।

रूस भाग गए हैं राष्ट्रपति असद

वहीं, राष्ट्रपति असद सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं। असद के बारे में पहले ही संभावना जताई जा रही थी कि वह सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं। हालांकि पहले इसकी पुष्टि नहीं हुई थी, लेकिन रूस के साथ असद के करीबी रिश्ते को देखते हुए यह दावा किया जा रहा था कि वह वहीं गए होंगे। मालूम हो कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और असद की अच्छी दोस्ती है।

रूस ने असद पर क्या कहा

सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनके परिवार को रूस में शरण देने पर क्रेमलिन ने बड़ा बयान दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि असद को शरण देना रूस का निजी फैसला है। इसके साथ ही पेस्कोव ने कहा कि हम असद को दी गई शरण को लेकर आधिकारिक बयान देने के लिए बाध्य नहीं हैं।

इसके साथ ही रूस ने कहा कि असद ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने से पहले विद्रोह में शामिल कई प्रमुख लोगों से बातचीत की थी। इसके साथ ही रूस ने यह भी दावा किया है कि असद ने बेहद शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश दिया और फिर वो सीरिया छोड़कर गए।

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