नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा ताइवान को सैन्य सहायता देने के फैसले पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीन ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा है कि वह ताइवान के मुद्दे पर आग से खेल रहा है। यह प्रतिक्रिया अमेरिका द्वारा ताइवान को सैन्य सहायता बढ़ाने और हथियार बेचने के ऐलान के बाद आई है। चीनी सरकार का कहना है कि यह कदम चीन की संप्रभुता का उल्लंघन करता है और क्षेत्रीय स्थिरता को कमजोर करता है, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से ताइवान जलडमरूमध्य में शांति बनाए रखने की अपील की है। चीन का कहना है कि अमेरिका की यह कार्रवाई उसकी ताइवान से संबंधित नीति के खिलाफ है और वह इसे अपनी संप्रभुता पर हमला मानता है। चीन ने अमेरिका से मांग की है कि वह ताइवान को हथियार देना तुरंत बंद करे और इस मामले में अधिक सावधानी बरते।
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने ताइवान को 57.13 करोड़ डॉलर तक की सैन्य सहायता देने की मंजूरी दी है। इससे पहले अक्टूबर में भी ताइवान को 2 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री की मंजूरी दी गई थी, जो चीन के लिए चिंता का कारण बन गया है। चीन ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों का उल्लंघन बताया है।
अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर लंबे समय से मतभेद रहे हैं। अमेरिका ताइवान को हथियारों और सैन्य सहायता से समर्थन करता है, जबकि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करता है। इस समय चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ने के बाद ताइवान ने चीन से अपनी जल क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां रोकने की मांग की है, ताकि क्षेत्रीय शांति और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
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