नई दिल्ली: अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और इसके लिए सभी नेता तैयारी कर रहे हैं. वहीं डेसेंटिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में सफल होना इतना आसान नहीं है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले फ्लोरिडा के गवर्नर […]
नई दिल्ली: अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और इसके लिए सभी नेता तैयारी कर रहे हैं. वहीं डेसेंटिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में सफल होना इतना आसान नहीं है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले फ्लोरिडा के गवर्नर और जीओपी नेता रॉन डेसेंटिस राष्ट्रपति पद की सूची से बाहर हो गए हैं. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अपने प्रतिद्वंद्वी का समर्थन किया है. आपको बता दें कि इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी के एक और उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने अपना नाम इस सूची से वापस ले लिया था।
उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा कि व्हाइट हाउस तक जाने का रास्ता साफ नहीं है. इसलिए मैं अपना नाम वापस ले रहा हूं. रामास्वामी ने कहा कि विंस्टन चर्चिल ने कहा था कि सफलता का अंत कभी नहीं होता और विफलता कभी घातक नहीं होती हैै. इसमें मायने यह रखता है कि विफलता के बाद हम आगे कैसे बढ़ रहे हैं।
रॉन डेसेंटिस ने अपना नाम वापस लेने के बाद कहा कि मैं रिपब्लिकन उम्मीदवार का समर्थन करुंगा. आपको बता दें कि डेसेंटिस आयोवा कॉकस में दूसरे नंबर पर आए. इसके बावजूद वह डोनाल्ड ट्रंप से काफी पीछे रहे. डोनाल्ड ट्रंप जहां 51 % समर्थन के साथ प्रथम आए तो वहीं रॉन डेसेंटिस मात्र 21 % समर्थन ही हासिल कर सके. अब रिपब्लिकन उम्मीदवार निक्की हेली ही डोनाल्ड ट्रंप के सामने खड़ी हैं. हेली फिलहाल डोनाल्ड ट्रंप की कट्टर उम्मीदवार हैं.
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