नई दिल्ली, अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार को ताइवान के दौरे पर पहुंच गई है. पेलोसी के इस दौरे पर चीन ने आपत्ति जताई है. चीन ने अमेरिका को धमकाया भी है, चीन का कहना है कि अगर अमेरिका गलत रास्ते पर खड़ा है, तो फिर इसका बहुत ही मजबूती से जवाब दिया […]
नई दिल्ली, अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार को ताइवान के दौरे पर पहुंच गई है. पेलोसी के इस दौरे पर चीन ने आपत्ति जताई है. चीन ने अमेरिका को धमकाया भी है, चीन का कहना है कि अगर अमेरिका गलत रास्ते पर खड़ा है, तो फिर इसका बहुत ही मजबूती से जवाब दिया जाएगा. ताइवान को लेकर एक बार फिर चीन और अमेरिका आमने-सामने आ गए हैं. लेकिन चीन की धमकी के बावजूद अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान के दौरे पहुँच गई हैं.
बता दें अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी सिंगापुर, मलेशिया, साउथ कोरिया और जापान के दौरे पर हैं, अब तक उनके ताइवान दौरे को लेकर कुछ साफ नहीं था. लेकिन अब व्हाइट हाउस का कहना है कि ताइवान का दौरा करना पेलोसी का अधिकार है इसलिए पेलोसी मंगलवार रात को ताइवान पहुंचेंगी. 25 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब अमेरिकी सरकार का कोई अधिकारी ताइवान जा रहा है, ऐसे में चीन की बौखलाहट साफ़ देखने को मिल रही है.
नैंसी पेलोसी का प्लेन ताइपे के एयरपोर्ट पर उतरते ही चीन और बौखला गया. चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिका खतरनाक जुआ खेल रहा है और अब जो होगा उसकी सारी जिम्मेदारी अमेरिका की ही होगी, अमेरिका ने सारे विश्वास तोड़े हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका और ताइवान ने अपनी-अपनी सेनाओं को तैयार कर लिया है. अमेरिकी नेवी के 4 वॉरशिप हाईअलर्ट पर हैं और ताइवान की समुद्री सीमा में गश्त कर रहे हैं, इनके पास एफ-16 और एफ-35 जैसे हाईली एडवांस्ड फाइटर जेट्स और मिसाइलें मौजूद हैं. वहीं, रीपर ड्रोन और लेजर गाइडेड मिसाइलें भी तैयार हैं और अगर चीन की तरफ से कोई हिमाकत की गई तो अमेरिका और ताइवान उस पर दोनों तरफ से हमला करने की पूरी तैयारी में हैं.
कहा जा रहा है कि चीन ने कार्रवाई के लिए लॉन्ग रेंज हुडोंग रॉकेट और टैंक भी तैयार रखे हैं, चीन के पास ताइवान स्ट्रेट में दूसरे मिलिट्री इंस्टॉलेशन्स भी और वो कभी भी इनका इस्तेमाल कर सकता है. अमेरिकी फौज की इन हरकतों पर पैनी नजर रखी जा रही है, USS रोनाल्ड रीगन वॉरशिप और असॉल्ट शिप हाईअलर्ट पर हैं.