नई दिल्ली: हमास और इजराइल के बीच युद्ध तीसरे हफ्ते भी जारी है. जिसमें लगभग 6 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच पेंटागन ने जानकारी दी है कि अमेरिका ने एक मरीन कॉर्प्स जनरल समेत कई सैन्य सलाहकारों को इजराइल भेजा है. उन्होंने जानकारी दी कि इजराइल भेजे गए सैन्य अधिकारी जंग […]
नई दिल्ली: हमास और इजराइल के बीच युद्ध तीसरे हफ्ते भी जारी है. जिसमें लगभग 6 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच पेंटागन ने जानकारी दी है कि अमेरिका ने एक मरीन कॉर्प्स जनरल समेत कई सैन्य सलाहकारों को इजराइल भेजा है. उन्होंने जानकारी दी कि इजराइल भेजे गए सैन्य अधिकारी जंग की रणनीति बनाने में इजराइल की सहायता करेंगे. हालांकि अमेरिका के सैन्य अधिकारी युद्ध में हिस्सा नहीं लेंगे. पेंटागन ने बताया कि इस सैन्य दल का नेतृत्व करने वाले मरीन कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स ग्लिन के पास आतंकी संगठन ISIS के विरूद्ध लड़ने का भी अनुभव है. ISIS के विरूद्ध युद्ध में उन्होंने विशेष अभियान बलों की सहायता की थी. इतना ही नहीं जनरल जेम्स ग्लिन इराक के फालुजा में भी जंग लड़ चुके हैं.
अमेरिका ने एक मरीन कॉर्प्स जनरल समेत कई सैन्य सलाहकारों को इजराइल भेजा है. इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स ग्लिन और अन्य सैन्य भजे गए अधिकारी अनुभवी हैं. इन सभी के पास सैन्य अभियान का अनुभव है. ये सैन्य सलाहकार दुश्मन को तबाह करने वाली योजना बनाने के साथ ही कॉलेट्रल डेमेज को कम करने की योजना भी बनाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि इस युद्ध में ईरान सक्रिय रूप से हमलों को बढ़ावा दे रहा है.
इजराइल और हमास का युद्ध शुरू होते ही अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने इजराइल के लिए हथियारों के साथ आर्थिक मदद मुहैया कराने का एलान किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा दावा किया जा रहा है कि अमेरिका अपने हजारों सैनिकों को इजराइल भेजेगा. जिससे मध्य पूर्व के क्षेत्र में व्यापक रूप से सैन्य ताकत बढ़ेगी. इनमें 2 अमेरिकी विमान वाहक पोत और उनसे संबंधित एस्कॉर्ट जहाजों की तैनाती शामिल है.