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अमेरिका को रास नहीं आई भारत-ईरान की डील, प्रतिबंधों की दी चेतावनी

नई दिल्ली। India Chabahar Port: भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर हुआ समझौता पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। बता दें कि ईरान और भारत के बीच सोमवार (13 मई) को चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए समझौता हुआ। बता दें कि इस डील के लिए भारत के शिपिंग मंत्री सर्बानंद […]

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अमेरिका को रास नहीं आई भारत-ईरान की डील, प्रतिबंधों की दी चेतावनी
  • May 14, 2024 9:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 months ago

नई दिल्ली। India Chabahar Port: भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर हुआ समझौता पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। बता दें कि ईरान और भारत के बीच सोमवार (13 मई) को चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए समझौता हुआ। बता दें कि इस डील के लिए भारत के शिपिंग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल तेहरान गए थे।हालांकि अमेरिका को यह करार पसंद नहीं आ रहा है और उसने भारत पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दे डाली है।

क्या बोला अमेरिका?

अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर हुए इस समझौते को लेकर नाराजगी जताई है। विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत-ईरान डील को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हम इन रिपोर्टों से अवगत हैं कि ईरान और भारत ने चाबहार बंदरगाह से संबंधित एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि ईरान पर हमने प्रतिबंध लगा रखा है और हम उसे लागू रखे हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी देश जो ईरान के साथ बिजनेस डील करता है, उनको उन संभावित जोखिमों और प्रतिबंधों के के बारे में पता होना चाहिए, जो उन पर लगाए जा सकते हैं।

10 साल तक भारत का नियंत्रण होगा

इस समझौते के अनुसार अगले 10 साल के लिए रणनीतिक तौर पर चाबहार पोर्ट पर भारत का नियंत्रण होगा। बता दें कि इस पोर्ट के प्रबंधन के लिए ईरान के साथ समझौते पर एमओयू साइन हो गया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और ईरान के सड़क और शहरी विकास मंत्री मेहरदाद बजरपाश मौजूद रहे। भारत और ईरान के बीच इस समझौते के मुताबिक चाबहार के शाहिद बेहिश्ती बंदरगाह के सामान्य कार्गो तथा कंटेनर टर्मिनलों के संचालन पर अब भारत का नियंत्रण रहेगा।

भारत-ईरान के बीच हुआ एग्रीमेंट

इस दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, 23 मई, 2016 को शुरू हुआ महत्वपूर्ण समझौता आज एक लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट में बदल रहा है, जो भारत और ईरान के बीच स्थायी विश्वास और निर्भर साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि ईरान में आज हमने शाहिद-बेहिश्ती पोर्ट टर्मिनल के संचालन के लिए लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रेक्ट फाइनल कर लिया है।

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