नई दिल्ली: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में शनिवार की शाम पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ. 20 साल के एक हमलावर ने ट्रंप पर गोली चलाई. हालांकि, इस जानलेना हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गए और गोली उनके कान को छूते हुए निकल गई. बता दें कि इस हमले के बाद अब […]
नई दिल्ली: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में शनिवार की शाम पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ. 20 साल के एक हमलावर ने ट्रंप पर गोली चलाई. हालांकि, इस जानलेना हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गए और गोली उनके कान को छूते हुए निकल गई. बता दें कि इस हमले के बाद अब ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने की उम्मीदें बढ़ गईं हैं. बताया जा रहा है कि हमले की वजह से पैदा हुई सहानुभूति की लहर ने ट्रंप की जीत तय कर दी है.
अगर हम अमेरिकी इतिहास में हुई ऐसी ही घटनाओं को देखें तो पाएंगे कि चुनाव के दौरान हमला झेलने वाले उम्मीदवार की जीत संभावना बढ़ जाती है. आज से 43 साल पहले ट्रंप की पार्टी के नेता रोनाल्ड रीगन पर फायरिंग हुई थी. इस हमले में रीगन बुरी तरह से जख्मी हो गए, लेकिन किसी तरह से उनकी जान बच गई थी. फिर घटना के बाद हुए राष्ट्रपति चुनाव में रीगन की पार्टी ने रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज की थी.
बता दें कि अमेरिका के साथ ही पूरी दुनिया में ऐसे दर्जनों उदाहरण भरे पड़े हैं. श्रीलंका में सोलोमन भंडारनायके, भारत में इंदिरा गांधी और पाकिस्तान में इंदिरा गांधी जैसे बड़े नेताओं पर हमले हुए हैं. हमले के बाद उनकी पार्टी को चुनाव में बड़ी जीत मिली है. यही वजह है कि अब ट्रंप पर हुए हमले के बाद उनकी बड़ी जीत के दावे किए जा रहे हैं.
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