नई दिल्ली: रूस के पूर्वी तट पर 7.0 तीव्रता के भूकंप के बाद शिवलुच ज्वालामुखी फट गया है. वहीं रूस में सुनामी का खतरा भी लगातार बना हुआ है. इसी बीच ज्वालामुखी से निकली राख समुद्र तल से 8 किलोमीटर ऊपर तक उठती दिखाई दी औरज्वालामुखी से लावा तेजी से निकल रहा है। गनीमत रही कि, भूकंप या ज्वालामुखी विस्फोट के कारण किसी व्यक्ति को हानि नहीं पहुंची है और सभी सुरक्षित है.
शिवलुच ज्वालामुखी, जो रूस के कामचटका प्रायद्वीप में स्थित है. यह पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 280 मील की दूरी पर है। यह तटीय शहर लगभग 181,000 की आबादी वाला है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 55 मील दूर और जमीन से 30 मील की गहराई में था। वहीं भूकंप से बड़े पैमाने पर कोई भी नुकसान हुआ है। हालांकि, इमारतों की जांच की जा रही है ताकि अगर कहीं कोई क्षति हुई हो, तो उसे जल्द ठीक किया जा सके और किसी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके। इस दौरान, सामाजिक सेवाओं और सुविधाओं पर भी खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है।
रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने भूकंप के कारण सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है. इस पर अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली का कहना है कि इस भूकंप से रूस के समुद्र तटीय क्षेत्रों में सुनामी की खतरनाक लहरें उठ सकती हैं। चेतावनी में कहा गया है कि भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर के दायरे में सुनामी का खतरा बना हुआ है। बता दें, भूकंप के झटकों के चलते कई लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। टीएएसएस ने बताया कि भूकंप के कारण क्षेत्र में फर्नीचर गिर गए और बर्तन टूट गए। रिपोर्टर के मुताबिक भूकंप का झटका 7. 21 पर महसूस किया गया।
यह भी पढ़ें: मोहम्मद यूनुस का शेख हसीना पर हमला, कहा- बांग्लादेश की हर संस्था को नष्ट किया