अमेरिका के बाद अब कनाडा ने टिक टॉक पर लगाया बैन, जानिए वजह

नई दिल्ली। कनाडा ने टिक टॉक ऐप पर बैन लगा दिया है। देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कनाडा की सरकार ने यह फैसला लिया हैं। बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने भी इस चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। अमेरिका ने दिया 30 दिन का अल्टीमेटम! अमेरिका की […]

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अमेरिका के बाद अब कनाडा ने टिक टॉक पर लगाया बैन, जानिए वजह

Vaibhav Mishra

  • March 1, 2023 2:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। कनाडा ने टिक टॉक ऐप पर बैन लगा दिया है। देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कनाडा की सरकार ने यह फैसला लिया हैं। बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने भी इस चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था।

अमेरिका ने दिया 30 दिन का अल्टीमेटम!

अमेरिका की सरकार ने सोमवार को फ़ेडरल एजेंसीज को सभी गवर्मेंट इक्विपमेंट्स से चीनी ऐप टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया। इसके लिए सरकार ने 30 दिन का अल्टीमेटम जारी किया है। ऑफिस मैनेजर और बजट डायरेक्टर शालंदा यंग ने वाइट हाउस द्वारा मेमोरेंडम जारी करते हुए सभी गवर्नमेंट इक्विपमेंट से 30 दिन के भीतर इस ऐप को हटाने का आदेश दिया है।

आपको बता दें कि यह प्रतिबंध आम जनता पर लागू नहीं है, लेकिन अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन के मुताबिक, कांग्रेस में पूरे देश में इस पर प्रतिबंध लगाने को लेकर बिल पेश किया गया है।

कनाडा ने भी लगाया टिक टॉक पर रोक

बता दें कि अमेरिका द्वारा उठाए गए इस कदम को देखते हुए कनाडा की जस्टिन ट्रुडो की सरकार ने मंगलवार को टिक टॉक पर रोक लगाने का फैसला किया है। जानकारी के अनुसार कनाडा ने देश के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह ऐलान किया, साथ ही सभी गवर्नमेंट इक्विपमेंट से इस ऐप को बर्खास्त कर दिया है।

प्रतिबंध लगाने की क्या है वजह? जानिए

दोनों देशो की सरकारों ने सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। कनाडा ने इस फैसले को लेकर कहा की हमने टिक टॉक की जांच करने के बाद यह फैसला देशहित में लिया है। बता दें कि यह कदम टिक टॉक को जानकारी दिए बिना उठाया गया है।

बैन पर टिक टॉक ने क्या प्रतिक्रिया दी

टिक टॉक ऐप पर दोनों देशों द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद कंपनी के एक प्रवक्ता ने बयान देते हुए कहा कि हम उनके मसलों को सुनने और समझने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें बिना जानकारी दिए और चर्चा किये बगैर ऐप को बैन कर देना गलत है।

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