नई दिल्ली. अफगानिस्तान में तालिबान के लड़ाके वहां के 60 फीसदी से ज्यादा इलाकों पर अपना कब्जा कर चुके हैं। गजनी पर कब्जा करने के बाद अब अफगानिस्तान के 10 प्रांतीय राजधानी पर तालिबान का कब्जा हो चुका है।
अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात और उसके नए क्षेत्रों पर तालिबान के नियंत्रण के बीच पस्त पड़ी अफगानिस्तान सरकार ने सुलह के लिए उग्रवादी संगठन को प्रस्ताव दिया है। कतर में अफगानिस्तान सरकार की तरफ से वार्ताकारों ने युद्धग्रस्त देश में लड़ाई को खत्म करने के एवज में उसे सत्ता में भागीदारी का प्रस्ताव दिया है।
लगातार बढ़त बना रहे तालिबान से काबुल को सीधे कोई खतरा नहीं है लेकिन उसकी तेज बढ़त सवाल खड़े करती है कि अफगान सरकार अपने पास बचे इलाकों को आखिर कब तक नियंत्रण में रख पाएगी।
संभवत: सरकार राजधानी और कुछ अन्य शहरों को बचाने के लिए अपने कदम वापस लेने पर मजबूर हो जाए क्योंकि लड़ाई के कारण विस्थापित हजारों लोग काबुल भाग आए हैं और खुले स्थानों और उद्यानों में रह रहे हैं। गजनी प्रांत के परिषद सदस्य अमानुल्ला कामरानी ने एपी को बताया कि शहर के बाहर बने दो बेस अब भी सरकारी बलों के कब्जे में हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने डियो कैडर में सहायक ऑपरेटर और…
रेलवे भर्ती बोर्ड ने एक बार फिर भारतीयों का पिटारा खोल दिया है। बोर्ड ने…
महाराष्ट्र में छगन भुजबल के अजित पवार वाली एनसीपी के नेता भुजबल नई सरकार में…
रविचंद्रन अश्विन ने 2024 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अचानक रिटायरमेंट लेने का फैसला किया…
गुरुवार को अंबेडकर विवाद को लेकर संसद में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। इस दौरान…
25 साल की सेवा पूरी करने के बाद कर्मी अपने गृह क्षेत्र के नजदीक जा…