नई दिल्ली, अफगानिस्तान में काबिज तालिबान का एक और फरमान जारी हो चुका है. जहां अब भारत की तरह ही अफगानिस्तान ने भी चीन के दो बड़े एप्लिकेशंस पर बैन लगा दिया है. अब अफगानिस्तान. में लोग टिक टॉक और पब्जी का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. युवा को गुमराह करते हैं ऐप इस मामले में […]
नई दिल्ली, अफगानिस्तान में काबिज तालिबान का एक और फरमान जारी हो चुका है. जहां अब भारत की तरह ही अफगानिस्तान ने भी चीन के दो बड़े एप्लिकेशंस पर बैन लगा दिया है. अब अफगानिस्तान. में लोग टिक टॉक और पब्जी का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.
इस मामले में आज तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने सफाई जारी की है. इन दोनों एप्लिकेशंस को बैन करने का उनका तर्क युवाओं को लेकर है. जहां उनका कहना है कि ये एप्लिकेशंस युवाओं को गुमराह करते हैं. ऐसे में इन ऐप्लिकेशंस पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार ये दोनों ही ऐप अफ़ग़ानिस्तान में क़ाफी इस्तेमाल किए जाते रहे हैं. जहाँ इन एप्लिकेशंस को इस्तेमाल करने वालों की सूची में खुद तालिबान के भी कुछ सदस्य शामिल हैं.
बता दें, चीन के साथ सीमा पर हुए विवाद और बिगड़ते व्यापारिक रिश्तों को लेकर साल 2020 के सितंबर में ही टिकटॉक और पबजी समेत कुल पहले 118 ऐप को बैन कर दिया गया था. लेकिन इसके बाद जब विवाद बढ़ गया तो इन एप्लिकेशंस की संख्या को भी बढ़ा दिया गया. जहां बाद में कुल 224 ऐप को बंद कर दिया गया. भारत ने अबतक कुल तीन चरणों में एप्लिकेशंस पर प्रतिबंध लगाए हैं. सरकार ने सुरक्षा कारणों से टिकटॉक, लाइकी, शेयर इट जैसे 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि अफगानिस्तान में जारी फरमान को लेकर पूरी दुनिया में तालिबान की आलोचना की जा रही है. बता दें कि यहां सबसे ज़्यादा रोक महिलाओं की आज़ादी पर लगाए गये हैं. जहां महिलाएं प्लेन में अकेले किसी पुरुष के बिना यात्रा नहीं कर सकती. साथ ही 70 किलोमीटर से अधिक के सफर के लिए भी महिलाओं को अपने साथ एक पुरुष को ले जाने की अनिवार्यता है. इसके अलावा एम्यूजमेंट पार्क और नॉर्मल पार्कों में महिलाओं और पुरुषों का एक साथ जाना प्रतिबंधित है. दोनों के मेलजोल को तालिबान द्वारा शरीयत के खिलाफ बताया गया है.
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