पुतिन भड़के, तुर्की ने पीठ में छुरा घोंपने जैसा काम किया

मास्को. नाटो के सदस्य तुर्की को सीरियाई सीमा के निकट रूस के एक युद्धक विमान को मार गिराने के बाद विवाद गहराता जा रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रोष प्रकट करते हुए इस घटना को ‘आतंकवादियों के सहयोगियों’ द्वारा ‘पीठ में छुरा घोंपने’ जैसा करार दिया.   क्या है मामला तुर्की ने नाटो […]

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पुतिन भड़के, तुर्की ने पीठ में छुरा घोंपने जैसा काम किया

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  • November 25, 2015 2:41 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
मास्को. नाटो के सदस्य तुर्की को सीरियाई सीमा के निकट रूस के एक युद्धक विमान को मार गिराने के बाद विवाद गहराता जा रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रोष प्रकट करते हुए इस घटना को ‘आतंकवादियों के सहयोगियों’ द्वारा ‘पीठ में छुरा घोंपने’ जैसा करार दिया.
 
क्या है मामला
तुर्की ने नाटो की बैठक बुलाने का आह्वान किया है तो रूसी विदेश मंत्री सर्गई लावारोह ने बुधवार को होने वाले अपने तुर्की दौरे की योजना खत्म कर दी है. लावारोव का यह दौरा सीरिया संकट पर मतभेदों को दूर करने के मकसद से था. तुर्की की सेना ने कहा कि विमान ने पांच मिनट की अवधि में 10 बार तुर्की की हवाई सीमा का उल्लंघन किया, जिसके बाद दो एफ-16 विमानों ने उसे मार गिराया. मास्को का दावा है कि विमान सीरियाई सीमा के भीतर था. इस बीच, तुर्की के एक अधिकारी ने कहा है कि इस रूसी विमान के दोनों पायलट जिंदा हैं. पहले इनको लेकर अलग-अलग तरह की खबरें आ रही थीं.
 
सीरिया संघर्ष में दो विपरीत ध्रुवों पर नजर आ रहे इन दोनों देशों के बीच बड़ा कूटनीतिक संकट भी पैदा हो गया है. रूस ने इस बात पर जोर दिया है कि विमान सीरिया की हवाई सीमा में था तथा उसने विमान को मार गिराने की इस ‘बहुत गंभीर घटना’ की भर्त्सना की है.
 
रूस ने कहा, तुर्की से संबंधो पर पड़ेगा प्रभाव
रूसी शहर सोची में जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय के साथ एक बैठक को संबोधित करने के दौरान तनाव में नजर आ रहे पुतिन ने विमान गिराए जाने की घटना को ‘आतंकवादियों के सहयोगियों’ द्वारा ‘पीठ में छुरा घोंपने’ जैसा करार दिया. राष्ट्रपति ने कहा, आज की दुखद घटना का रूस-तुर्की संबंधों पर गंभीर प्रभाव होगा. निश्चित तौर पर हम इस घटना के हर पहलू का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करेंगे.
 
तुर्की का कहना विमान को चेतावनी दी थी
सीरियाई आकाश में रूस, अमेरिका, फ्रांस, तुर्की और कुछ खाड़ी देशों के विमानों की मौजूदगी से ऐसी आशंका लंबे समय से थी कि कोई भी घटना तुरंत बड़ा कूटनीतिक एवं सैन्य संकट पैदा कर सकती है. तुर्की की सेना ने कहा, ‘एक रूसी विमान सु-24 को नियमों के अनुसार गिराया गया, क्योंकि इसने चेतावनी के बावजूद तुर्की की हवाई सीमा का उल्लंघन किया था.’
 
तुर्की के प्रधानमंत्री अहमद दावुतोगलू ने कहा, हर किसी को यह जानना चाहिए कि जब कोई हमारी वायु अथवा भू सीमा का उल्लंघन करता है तो इसके खिलाफ कदम उठाना हमारा अंतरराष्ट्रीय अधिकार और राष्ट्रीय कर्तव्य है. उधर, अमेरिका ने कहा कि रूसी विमान को मार गिराए जाने की इस घटना से उसका कोई संबंध नहीं है.
 

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