अंताल्या. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने घोषणा की है कि पेरिस आतंकवादी हमले के बावजूद अमेरिका इस्लामिक स्टेट पर होने वाली कार्रवाई में थल सेना का इस्तेमाल नहीं करेगा. हालांकि ओबामा ने सपष्ट कहा कि ISIS पर पहले की तरह कार्रवाई जारी रहेगी और अमेरिका हर तरह से फ्रांस के साथ है.
ओबामा ने दो दिनों के जी 20 सम्मेलन के समापन पर संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि हम जो रणनीति आगे रख रहे हैं वह आखिरकार काम करने जा रही है. इसमें वक्त लगेगा. आईएस की क्षमता को कम कर आंकने के बारे में बार बार सवाल पूछे जाने से ओबामा खीझ गए. उन्होंने क्षेत्र में अमेरिका के जमीनी सैनिकों (थल सेना) को भेजने की बात खारिज करते हुए कहा कि यह एक गलती होगी और क्षेत्र में एक स्थायी कब्जा लेने वाले बल की प्रतिबद्धता नहीं होने तक यह काम नहीं करेगा.
ओबामा ने कहा कि जब सैनिक भेजे जाएंगे , वे सैनिक घायल होंगे. वे मारे जाएंगे. नयी रणनीति बताने की बजाय ओबामा ने कहा कि अमेरिका अभी चल रहे हवाई हमलों में तेजी लाएगा. साथ ही नरमपंथी बलों को हथियार और प्रशिक्षण देगा. उन्होंने अन्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अपनी भागीदारी बढ़ाने की अपील की.