लंदन. पीएम मोदी अपनी ब्रिटेन यात्रा के दूसरे दिन महारानी के साथ लंच और वेम्बले स्टेडियम में भारतीयों को संबोधित करेंगे. इसके आलावा मोदी ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से द्विपक्षीय मसलों पर बैठक भी करेंगे.
जानिए पीएम मोदी के दूसरे दिन का पूरा शेड्यूल:
द्विपक्षीय मामलों पर होगी बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा का आज दूसरा दिन है. पीएम आज ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से द्विपक्षीय मसलों पर बैठक करेंगे. पीएम मोदी और कैमरन के बीच गुरुवार को भी बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद शाम करीब 4 बजे प्रधानमंत्री ब्रिटेन की टॉप कंपनियों के CEO’s के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में रॉल्स रॉयस और वोडाफोन सरीखी कंपनियों के सीईओ शामिल होंगे. इसके बाद पीएम ब्रिटेन की महारानी से लंच पर मुलाकात करेंगे.
भारतीय मूल के लोगों को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री शाम को वेम्बले स्टेडियम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में 60 हज़ार से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान है. पीएम के कार्यक्रम को लेकर वेम्बली स्टेडियम में तैयारियां जोरों से जारी हैं और पीएम के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आयोजक कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते.
यह कार्यक्रम ओलिंपिक की ओपनिंग सेरेमनी की तरह होने वाला है. पीएम मोदी के बोलने से पहले रंगारंग कार्यक्रम होंगे. सिंगर कनिका कपूर गाएंगी और क्योंकि दिवाली का खुमार अभी छाया हुआ है इसलिए आतिशबाज़ी भी होगी. माना जा रहा है कि स्वागत कुछ इस अंदाज़ में होगा, जो ब्रिटेन में पहले कभी किसी विदेशी नेता का नहीं हुआ है.
विरोध का भी करना पड़ेगा सामना
पीएम मोदी के स्वागत की इन तैयारियों के बीच विरोध का सुर भी हैं. #HerVoice campaign से जुड़े कार्यकर्ता वेम्बली स्टेडियम में उनके कार्यक्रम के दौरान भारत में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में प्रदर्शन भी करेंगे.
साझा बयान में कैमरन ने किया भारत का समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिखर वार्ता के बाद ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने मीडिया के सामने अपने साझा बयान में कहा कि आतंक से लड़ाई पर उनका जोर रहेगा. इसके साथ ही ब्रिटिश पीएम ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के पक्ष में है. इसके साथ ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और यूके के बीच करीब 9 अरब पाउंड का समझौता हुआ है. अपने बयान में कैमरन ने कहा नई तकनीक में सहयोग बढ़ाना चाहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका देश पर्यावरण के क्षेत्र शोध में भारत को सहयोग देंगे.