डबलिन. आयरलैंड में गर्भपात(ऑर्ब्सन) रोकने वाले कानून को लेकर महिलाएं प्रधानमंत्री एंडा केनी को माहवारी वाले ट्वीट कर रही हैं. सबसे पहले एक्ट्रेस मैगुअर ने जागरुकता अभियान शुरु करते हुए ट्वीट किया, ‘हम जानते हैं कि ये देश हमारे प्रजनन अंगों की कितनी चिंता करता है. तो मैं अपने गर्भाशय को आयरलैंड का छोटा दूतावास कहूंगी.’
मैगुअर के ट्वीट के बाद आयरलैंड की महिलाओं ने #repealthe8th हैशटैग के साथ ट्विट करना शुरू किया जिसके बाद यह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. आयरलैंड में संविधान का आठवां संशोधन गर्भपात को अपराध ठहराता और एक भ्रूण के जान की तुलना मां की जान से करता है.
कैसे शुरु हुआ विवाद?
आयरलैंड में दो साल पहले साल 2013 में भारतीय मूल की सविता हलप्पनवार की मौत हो गई थी. आरोप था कि आयरलैंड की अस्पाताल ने सविता के गर्भ गिरने यानी मिसकैरेज के बाद गर्भपात नहीं किया जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद इस कैथोलिक देश में उस कानून पर बहस छिड़ी जिसके तहत गर्भपात क़ानूनन एक जुर्म था.
सविता की मौत के बाद सांसदों ने पहली बार ये कानून बदलने के पक्ष में मतदान किया है. गर्भपात को वैधानिक दर्जा देने वाला क़ानून कुछ शर्तों के साथ पारित कर दिया गया है. इसके तहत सांसदों ने इस बात पर सहमति जताई कि अगर डॉक्टर को ऐसा लगता है कि गर्भपात न कराने से गर्भवती महिला की जान जा सकती है, तो ऐसी स्थिति में गर्भपात की अनुमति दी जानी चाहिए. अब आयरलैंड में एक समर्थन समूहों के गुट ने इस संशोधन को निरस्त करने के लिए जनमत संग्रह की मांग की है.