वाशिंगटन. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी सीनेटरों से कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद में दखल देने के लिए अमेरिका सबसे बेहतर साबित होगा. सीनेट की विदेश संबंधों की समिति के अध्यक्ष सीनेटर बॉब कोरकर और समिति के अन्य सदस्यों से बुधवार को मुलाकात के बाद शरीफ ने यह बात कही.
‘डॉन आनलाइन’ ने प्रधानमंत्री शरीफ के कार्यालय के एक बयान के हवाले से बताया है कि शरीफ ने अमेरिकी सांसदों को भारत से रिश्ते बेहतर करने के लिए अपने उस चार सूत्री शांति पहल के बारे में बताया जिसे उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने रखा था. पीएम ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के मुद्दे पर भारत से तनाव के बारे में भी चर्चा की.
बयान के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने देश में विध्वंसकारी गतिविधियों में भारत के शामिल होने से संबंधित तीन डोजियर विदेश मंत्री जॉन कैरी को बुधवार को सौंप दिए.
नवाज शरीफ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर को लेकर चिंता उठाई थी और विश्व ने इसकी प्रशंसा की थी. एक बार फिर मैं इस संदेश को फिर से दोहराऊंगा कि कश्मीर मुद्दे में अमेरिका हस्तक्षेप करे.
पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम का मकसद किसी भी आक्रमण को रोकना है और वे किसी भी हाल में अपने देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे.