पेरिस. फ्रांस की विमान विनिर्माण कंपनी 'एयरबस' की सहयोगी कंपनी 'एयरबस इंडस्ट्री' ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया है कि भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत अगले पांच वर्षो में वह अपनी आउटसोर्सिंग ज्यादा से ज्यादा बढ़ाएंगी.
पेरिस. फ्रांस की विमान विनिर्माण कंपनी ‘एयरबस’ की सहयोगी कंपनी ‘एयरबस इंडस्ट्री’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया है कि भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत अगले पांच वर्षो में वह अपनी आउटसोर्सिग ज्यादा से ज्यादा बढ़ाएंगी. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर कहा, ‘एयरबस ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि अगले पांच सालों में भारत में आउटसोर्सिंग 40 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर दो अरब डॉलर तक की जाएगी. इससे मेक इन इंडिया अभियान को तेजी मिलेगी. ‘
दक्षिणी फ्रांस के टूलूज में स्थित एयरबस के मुख्यालय में मोदी की उपस्थिति के दौरान यह आश्वासन दिया गया. मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले दिन गुरुवार को फ्रांस पहुंचे हैं. फ्रांस के बाद मोदी जर्मनी और कनाडा जाएंगे. कनाडा यात्रा के दौरान मोदी के रहते हुए कनाडा और भारत के बीच परमाणु संयंत्रों को ईंधन आपूर्ति के लिए कनाडा के सबसे बड़े यूरेनियम उत्पादक कमेको तथा भारत के बीच एक समझौता होने की संभावना है. कनाडा के समाचारपत्र ‘ग्लोब एंड मेल’ ने कनाडा-भारत यूरेनियम आपूर्ति वार्ता के बारे में कहा, ‘समझौता अंतिम पड़ाव पर है. मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण के तहत 14-16 अप्रैल तक कनाडा में होंगे.
कनाडा ने साल 1970 में ही भारत को यूरेनियम व परमाणु उपकरणों के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी. यह कदम उसने उस खबर के बाद उठाई थी, जिसके मुताबिक नई दिल्ली कनाडा की प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कथित तौर पर परमाणु बम बनाने के लिए कर रहा था. दोनों देशों ने हालांकि साल 2013 में कनाडा-भारत परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका मतलब था कि भारत के परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर न करने के बावजूद कनाडा, भारत को एक परमाणु अछूत के रूप में नहीं देखता और उसे एक सुरक्षित व जिम्मेदार परमाणु शक्ति मानता है.
IANS