नई दिल्ली: अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में पुलिस स्टेशनों, रेलवे लाइनों और राजमार्गों पर अलगाववादी आतंकवादी हमलों और सुरक्षा बलों द्वारा जवाबी कार्रवाई में 70 से अधिक लोग मारे गए। सुरक्षा बलों ने भी 21 हमलावरों को मार गिराया है। आपको बता दें ब्लूचिस्तान में पिछले कई दशकों […]
नई दिल्ली: अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में पुलिस स्टेशनों, रेलवे लाइनों और राजमार्गों पर अलगाववादी आतंकवादी हमलों और सुरक्षा बलों द्वारा जवाबी कार्रवाई में 70 से अधिक लोग मारे गए। सुरक्षा बलों ने भी 21 हमलावरों को मार गिराया है। आपको बता दें ब्लूचिस्तान में पिछले कई दशकों विद्रोही हमले हो रहे हैं लेकिन यह हमला अब तक सबसे बड़ा है।
2006 में बुगती जनजाति के सम्मानित नेता नवाब अकबर बुगती को पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। इस ऑपरेशन को भी विद्रोहियो ने उनकी 18वीं वर्षगांठ पर अंजाम दिया है।
सेना ने कहा कि संघर्ष में 14 सैनिक और पुलिस तथा 21 हमलावर मारे गए। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कहा कि विद्रोहियों के हमले में 38 नागरिक भी मारे गए। इनमें से 23 लोग हाईवे पर हुए हमले में मारे गए। मूसाखेल जिले में हुए सबसे बड़े हमले में विद्रोहियों ने बस यात्रियों को बाहर निकालकर उनके पहचान पत्र चेक करने के बाद 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। इनमें से अधिकतर पंजाबी थे। वहीं, राजधानी क्वेटा को प्रांत के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले रेलवे पुल पर हुए हमले में छह लोग मारे गए।
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इन घटनाओं की जिम्मेदारी ली है। उसने दावा किया है कि वह और भी घटनाओं को अंजाम देगा। मुसाखेल जिले के वरिष्ठ एसएसपी अयूब खोसो ने बताया कि बस यात्रियों पर हमले से पहले बंदूकधारियों ने जिले के राराशिम इलाके में हाईवे को जाम कर दिया था। मारे गए यात्रियों में से ज्यादातर दक्षिणी पंजाब और कुछ खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के थे। उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने हमले के दौरान हाईवे पर खड़े 12 ट्रकों में भी आग लगा दी।
ये भी पढ़ेः-