नई दिल्ली. भारत को आज 21 साल बाद अपनी मिस यूनिवर्स ( Miss Universe ) मिली है, यह हर भारतीय के लिए गर्व का लम्हा है. मिस यूनिवर्स का कांटेस्ट इज़राइल के एलिएट में रखा गया था. इस ख़ास मौके पर मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर ( Harnaaz Kaur ) ने ट्रांसवुमन द्वारा डिसाइन्ड ड्रेस पहनी […]
नई दिल्ली. भारत को आज 21 साल बाद अपनी मिस यूनिवर्स ( Miss Universe ) मिली है, यह हर भारतीय के लिए गर्व का लम्हा है. मिस यूनिवर्स का कांटेस्ट इज़राइल के एलिएट में रखा गया था. इस ख़ास मौके पर मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर ( Harnaaz Kaur ) ने ट्रांसवुमन द्वारा डिसाइन्ड ड्रेस पहनी थी, उनके ड्रेस के चर्चे अब खूब हो रहे हैं और सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. जानिए इस जीत में ड्रेस का कितना अहम रोल होता है और अभी तक बनी तीन ब्रह्मांड सुंदरियों की ड्रेस डिजाइन किसने और किस चीज से की थी.
मिस यूनिवर्स के कांटेस्ट में कपड़े बहुत ही अहम भूमिका अदा करते हैं, फिर चाहे वो पूर्व की मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन ( Miss Universe Sushmita Sen ) हो या लारा दत्ता ( Miss Universe Lara Dutta ) , मिस यूनिवर्स के कपड़े उनके सफर से जुड़ी एक अलग ही कहानी बयां करते हैं. भारत को 21 साल बाद मिलीं मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर की पोशाक में भी सोशल मीडिया पर लोगों को ख़ासा दिलचस्पी देखने को मिल रही है. हरनाज़ कौर संधू ने मिस यूनिवर्स के ग्रैंड फिनाले में एक शिमरी गाउन पहना था, यह बेज और सिल्वर एम्बेलिश्ड गाउन था.
ऐसे में सोशल मीडिया पर जितनी चर्चा हरनाज़ के मिस यूनिवर्स बनने की हो रही है, उतनी ही चर्चा उनके गाउन की भी हो रही है. बता दें हरनाज़ का गाउन फेमस डिज़ाइनर सायशा शिंदे ( Saisha Shinde ) ने डिज़ाइन किया था. सायशा एक ट्रांसजेंडर महिला है, पहले सायशा का नाम स्वप्निल था. लेकिन, कुछ समय बाद सायशा को अपने अंदर छिपी हुई औरत का पता चला जिसके बाद उन्होंने अपनी नई पहचान सोशल मीडिया पर साझा की.
साल 1994 में बनीं भारत की पहली मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन के कपड़ों की कहानी भी काफी प्रेरणादाई है. जिस समय सुष्मिता मिस यूनिवर्स के कांटेस्ट के लिए गई थी, तब वे महज़ 19 साल की थी, उनके पास डिज़ाइनर ड्रेस बनवाने के पैसे नहीं थे. ऐसे में, उनकी माँ ने अपने साधारण कपड़ों से सरोजिनी नगर के पेटीकोट सिलने वाले एक दरजी से उनके लिए ड्रेस बनवाई थी. मिस यूनिवर्स के कांटेस्ट के लिए ग्लब्स की भी ज़रूरत थी, तो अभिनेत्री की माँ ने जुराबों से उनके लिए ग्लब्स बनवाए थे.
मिस यूनिवर्स बनना अपने आप में एक बड़े गर्व की बात है. ऐसे में, इन मिस यूनिवर्स की कहानी वास्तव में प्रेरणा देने वाली है.