वाशिंगटन. रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल बेन कार्सन एक बयान देकर विवादों में फंस गए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी मुसलमान को अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं होना चाहिए.
‘एनबीसी’ के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में कार्सन ने कहा, मैं इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं कि किसी मुसलमान के हाथ में अमेरिका की बागडौर सौंप दी जाए. कार्सन से जब इस बारे में पूछा गया कि क्या किसी भी राष्ट्रपति का धर्म मायने रखता है? इस पर उनका कहना था, ‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि उनकी कैसी आस्था है? यदि आस्था अमेरिकी मूल्यों और सिद्धातों से अलग है, तब निश्चित रूप से यह मायने रखेगा. अगर यह अमेरिकी प्रभुता और संविधान के अनुसार है, तब इससे कोई परेशानी नहीं है.’
हिलेरी क्लिंटन ने की कार्सन के बयान की आलोचना
हिलेरी क्लिंटन ने ट्विटर पर कार्सन के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि कोई भी मुसलमान अमेरिका का राष्ट्रपति हो सकता है. उन्होंने अमेरिका के संविधान का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका में किसी भी पोस्ट के लिए धर्म की बाध्यता नहीं है.
कौन है बेन कार्सन ?
बेन कार्सन रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हैं. कार्सन एक रिटायर्ड न्यूरोसर्जन हैं, जो अक्सर ईसाई धर्म के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त करते रहे हैं. ताजा ओपिनियन पोल के मुताबिक रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में कार्सन अब तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं, जबकि इससे पहले वे दूसरे नंबर पर चल रहे थे.
डोनाल्ड ट्रम्प भी हुए तीखी आलोचना के शिकार
राष्ट्रपति पद की दौड़ शामिल एक और रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप की ओबामा को मुसलमान कहने से न रोकने के लिए आलोचना हो रही है. डोनल्ड के एक समर्थक ने कहा कि ओबामा मुसलमान हैं और अमेरिकी भी नहीं हैं. उन्होंने इस टिप्पणी को हस कर टाल दिया. इससे पहले उस समर्थक ने यह भी कहा,’इस देश में एक समस्या है, और उसका नाम है मुसलमान.’ रैली में अपने इस समर्थक की तरफ इशारा करते हुए अरबपति कारोबारी डोनल्ड ट्रंप ने कहा,’मुझे ये शख्स पसंद है.’
बॉबी जिंदल बोले, मुसलमान राष्ट्रपति ले बाइबल की शपथ
एक और रिपब्लिकन पार्टी के नेताबॉबी जिंदल ने सोमवार के दिन रिपब्लिकन नेता ने यह राय रखी कि मुसलमान राष्ट्रपति को बाइबल पर हाथ रख कर संविधान की सर्वोच्चता बनाए रखने की क़सम खानी चाहिए.