कैलिफोर्निया. अमेरिका की एक कोर्ट ने कहा कि योग सिखाए जाने से हिंदुत्व का समर्थन नहीं हो रहा है और न ही छात्रों की धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन होता है. सैन डियागो की तीन सदस्यीय अपीलीय कोर्ट ने छात्रों के माता-पिता की ओर से दायर एक मुकदमे पर शुक्रवार को सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया. उन्होंने शिकायत की थी कि अष्टांग योग की शिक्षा देकर एनसिनिटास जिले के एक स्कूल में हिंदू और बौद्ध मत को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. निचली कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए सैन डियागो की कोर्ट ने कहा कि किसी संदर्भ में योग की शिक्षा देना धार्मिक हो सकता है लेकिन जिले में जो योग सिखाया जा रहा है, जैसा निचली अदालत ने निर्धारित किया है कि वह किसी धार्मिक या आध्यात्मिक जाल से मुक्त है.
India Vs Australia 4th Test: ऑस्ट्रेलिया के 19 साल के सैम कोस्टांस ने अपने पहले…
कजाकिस्तान विमान हादसे के बाद केबिन का बेहद दर्दनाक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो…
मौसम विभाग ने अनुसार, पश्चिमी ऊफान के कारण दिल्ली समेत ई राज्यों में हल्की बारिश…
पटियाला के सातवें महाराज भूपिंदर सिंह के हरम की चर्चा विदेशों में भी होती थी।…
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. खेल परिसर की…
म्यांमार में कई महिलाएं देह व्यापार करने पर मजबूर हैं। इसमें डॉक्टर- टीचर और नर्स…