नई दिल्ली। लेबनान में हो रहे एक के बाद एक धमाके से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया हुआ है। पेजर, वॉकी टॉकी, मोबाइल, लैपटॉप जैसे सिस्टम में हुए ब्लास्ट में अब तक 21 लोगों की जान जा चुकी है। 3500 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें 200 से अधिक की हालत गंभीर बताई जा […]
नई दिल्ली। लेबनान में हो रहे एक के बाद एक धमाके से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया हुआ है। पेजर, वॉकी टॉकी, मोबाइल, लैपटॉप जैसे सिस्टम में हुए ब्लास्ट में अब तक 21 लोगों की जान जा चुकी है। 3500 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें 200 से अधिक की हालत गंभीर बताई जा रही। हिजबुल्लाह ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। इजरायल ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और खामोश है लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि इस खतरनाक मिशन को उसके अलावा कोई अन्य देश अंजाम दे ही नहीं सकता है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायल की खुफिया साइबर शाखा ‘यूनिट 8200’ ने इस खतरनाक मिशन को अंजाम दिया है। यह एजेंसी मोसाद से अलग होकर काम करती है। कहा जा रहा है कि ‘यूनिट 8200’ ने ऐसा जाल बिछाया कि किसी को सोचने समझने का वक्त ही नहीं मिला। अलग अलग डिवाइस में विस्फोटक के जरिए वह अपने दुश्मनों को मिट्टी में मिला रहा है।
यूनिट-8200 कितनी खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लेबनान में पेजर अटैक के अगले दिन वॉकी-टाकी के जरिए घटना को अंजाम दे दिया। इसमें 14 लोगों की जान चली गई जबकि 300 से अधिक घायल हैं। ‘यूनिट-8200’ साइबर वॉर से निपटने वाली एजेंसी है। वहीं हिजबुल्लाह पर एक के बाद एक हमले करा रही है।