नई दिल्ली: 8 नवंबर 2017 को ऐंटी ब्लैक मनी डे के तौर पर मनाए जाने से पहले ब्लैक मनी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ. ICIJ (इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स) ने 96 मीडिया संस्थानों के साथ मिलकर ‘पैराडाइज पेपर्स’ दस्तावेजों की छानबीन की है. पनामा पेपर्स लीक की तरह इस खुलासे में भी कई भारतीय राजनेताओं, अभिनेताओं और कारोबारियों के नाम सामने आए हैं. पैराडाइज पेपर्स’ में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं. आज हम आपको कई ऐसे प्रोजेक्ट्स के बारे में बताएंगे जो बड़े पैमाने पर चल रह थे.
जर्मन अखबार Süddeutsche Zeitung को बरमूडा की कंपनी एप्पलबी, सिंगापुर की कंपनी एसियासिटी ट्रस्ट और कर चोरों के स्वर्ग समझे जाने वाले 19 देशों में कराई गई कार्पोरेट रजिस्ट्रियों से जुड़े दस्तावेज मिले. पैराडाइज पेपर्स में उन फर्जी कंपनियों के बारे में जानकारी सामने आई है जो विश्वभर में अमीर लोगों के पैसों को विदेशों में भेजने में उनकी मदद करते हैं.जर्मनी के जीटॉयचे साइटुंग नामक उसी अखबार ने किया जिसने आज से ठीक 18 महीने पहले पनामा पेपर्स का खुलासा किया था. जीटॉयचे साइटुंग नामक अखबार ने ये दस्तावेज इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स और द गार्डियन, बीबीसी और दि न्यू यॉर्क टाइम्स पार्ट्नर्स के साथ शेयर किए.
‘पैराडाइज पेपर्स’ मामले में सामने आए ये प्रोजेक्ट्स
डोनाल्ड ट्रम्प के मंत्रिमंडल के सदस्यों, सलाहकारों द्वारा भी कईं व्यापक अपतटीय सौदे किए गए हैं, ट्रंप के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने एक जहाजरानी कंपनी में निवेश बरक़रार रखा जो रूस की एक ऊर्जा कंपनी के लिए गैस और तेल का परिवहन करके सालाना करोड़ों डॉलर कमाती है.
– क्वीन प्राइवेट इस्टेट ने केमैन आइसलैंड फंड में लाखों पाउंड का निवेश किया था, बता दें कि इनमें से कुछ पैसे एक ऐसे रिटेलर के पास गए थे जिसपर गरीब परिवारों और कमजोर लोगों का शोषण करने का आरोप है.
– रूस ने फेसबुक और ट्विटर में Jared Kushner ally के जरिए निवेश किया था.
– पैराडाइज पेपर्स में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा व्यवस्थित Cayman Islands ट्रस्ट का भी नाम शामिल है.
– लॉर्ड ऐशक्रॉफ्ट ने भी ऑफशोर ट्रस्ट में अपना काला धन का निवेश किया हुआ था.
– पैराडाइज पेपर्स में कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के नाम भी सामने आए जो कर निवारण किया करती थीं, इनमें नाइक और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों के नाम भी सामने आए हैं.
– ऑफशोर स्कीम की मदद से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के कई बड़ी हस्तियों ने भी अपने पैसों को प्रोटेक्ट कर रखा था.
– Isle of Man and Malta निजी जेट्स और लक्जरी नौकाओं के मालिकों ने भी अरबों रुपए का टैक्स रिफंड किया है.
– डेमोक्रेटिक रिपब्लिक में माइनिंग राइट्स को सुरक्षित रखने के लिए लंदन स्थित Glencore ने सिक्रेट लोन और संधि का इस्तेमाल किया था.
– दो रूसी अरबपतियों ने ऑफशोर वेब का इस्तेमाल कर Arsenal and Everton football क्लब में स्टेक खरीदे हैं.