इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद को आतंकवाद के सभी मामलों में क्लीनचिट दे दी. आतंकी हाफिज सईद की रिहाई का रास्ता साफ हो गया. पाकिस्तान सरकार ने हाफिज की नजरबंदी बढ़ाने की अपील वापस ले ली. पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने वहां के सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका को वापस ली है. बता दें कि हाफिज सईद और उसके चार साथियों को पंजाब सरकार ने 31 जनवरी को आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 90 दिन के लिए एहतियातन नजरबंद किया था. तब से लेकर आज तक वे लोग नजरबंद थे. पंजाब के गृह मंत्रालय ने कोर्ट में कहा कि सरकार आतंकी कानून के तहत उसकी हिरासत नहीं बढ़वाना चाहती है. कोर्ट ने ये याचिका मंजूर कर ली और मामले का निपटारा कर दिया.
बता दें कि 26 सितंबर को ही पंजाब गृह विभाग ने आदेश जारी कर सईद और उसके चार सहयोगी मलिक जफर इकबाल, अब्दुल्ला उबेद, काजी काशिफ हुसैन और अब्दुल रहमान आबिद की नजरबंदी 25 सितम्बर के प्रभाव से 30 दिन के लिए बढ़ा दी थी. अधिकारियों ने उस समय दलील दी थी कि उसकी गतिविधियां देश के लिए काफी खतरा हैं. स्थानिय मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक फैसले के बावजूद भी फिलहाल पांचों को मेंटेनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर की धारा 3 के तहत नजरबंद रखा जाएगा.
पाकिस्तान पर भारत और अमेरिका के बढ़ते दवाब के कारण 30 जनवरी को पाकिस्तान सरकार ने लाहौर हाई कोर्ट में माना था कि हाफिज सईद और उनके चार अन्य सहयोगी आतंकी है. हाफिज सईद आतंकी गतिविधियों से जुड़ा है. जिसके बाद से इन सभी को नजरबंद कर दिया गया था. हाफिज सईद मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है और उसे 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद भी हाउस अरेस्ट में रखा गया था. मुंबई हमलों में 166 भारतीय और विदेशियों की मौत हुई थी. 2009 में एक कोर्ट के आदेश के बाद वह छूटा था. खास बात ये है कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा है.
बता दें कि 26 सितंबर को भारत आए अमेरिकी रक्षा मंत्री ने भी जेम्स मैटिस ने कहा कि आतंक को पनाह देने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. भारत और यूएस साथ मिलकर आतंकवाद के खात्मे पर काम कर रहे हैं. मैटिस ने कहा कि दोनों देश समझते हैं कि दुनियाभर में आतंकवाद तेजी से फैल रहा है. जेम्स ने भारत द्वारा अफगानिस्तान को दी जा रही मदद की तारीफ भी की.