अदन की खाड़ी में भारतीय मार्कोस ने दिखाया दम, समुद्री लुटेरों की साजिश को किया नाकाम
भारतीय नौसेना की स्पेशल फोर्स यूनिट 'मार्कोस' यानी मरीन कमांडो फोर्स ने अदन की खाड़ी में समुद्री लुटेरों की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया. लुटेरे एक भारतीय मालवाहक पोत पर डाका डालने की फिराक में थे. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी.के. शर्मा ने बताया कि अदन की खाड़ी में करीब 12 समुद्री डाकुओं ने इस भारतीय मालवाहक जलपोत 'एमवी जग अमर' को लूटने की कोशिश की. लेकिन गनीमत रही कि इस दौरान मार्कोस एंटी-पाइरेसी ऑपरेशन में थे. जिसके चलते समुद्री डाकुओं के मंसूबों पर पानी फिर गया.
October 6, 2017 6:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
अदन की खाड़ीः भारतीय नौसेना की स्पेशल फोर्स यूनिट ‘मार्कोस’ यानी मरीन कमांडो फोर्स ने अदन की खाड़ी में समुद्री लुटेरों की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया. लुटेरे एक भारतीय मालवाहक पोत पर डाका डालने की फिराक में थे. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी.के. शर्मा ने बताया कि अदन की खाड़ी में करीब 12 समुद्री डाकुओं ने इस भारतीय मालवाहक जलपोत ‘एमवी जग अमर’ को लूटने की कोशिश की. लेकिन गनीमत रही कि इस दौरान मार्कोस एंटी-पाइरेसी ऑपरेशन में थे. जिसके चलते समुद्री डाकुओं के मंसूबों पर पानी फिर गया.
साल 2008 से भारतीय नौसेना पाइरेसी रोकने के लिए विशेष एंटी पाइरेसी ऑपरेशन चलाती आई है. भारतीय पोत ‘एमवी जग अमर’ पर सवार चालक दल के सभी 26 सदस्य सुरक्षित हैं. कैप्टन शर्मा ने बताया कि अभियान में एक AK 47, 27 राउंड गोलियों वाली एक मैगजीन समेत काफी सामान बरामद किया गया है.
सोमालिया और यमन के बीच लाल सागर के दक्षिणी छोर पर स्थित अदन की खाड़ी समुद्री सफर का एक अहम जलमार्ग है. यह इलाका समुद्री लुटेरों का भी गढ़ माना जाता है. इसी साल अप्रैल में भारतीय और चीनी नौ सेनाओं ने सोमाली जलदस्युओं से अदन की खाड़ी में एक व्यवसायिक पोत को बचाया था.
भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो यूनिट का गठन एंटी पाइरेसी ऑपरेशन, एंटी टेररिज्म ऑपरेशन और युद्ध की परिस्थिति में स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए किया गया है. नौसेना की इस यूनिट को बेहद मजबूत माना जाता है. इस यूनिट में शामिल कमांडो बेहद प्रशिक्षित होते हैं, जो हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं.