यमन से निकाले गए 350 भारतीय, बांग्लादेश की मदद करेगा भारत

भारत ने संघर्ष प्रभावित यमन में अपने देशवासियों को सुरक्षित बाहर निकालने के अभियान को तेज करते हुए बुधवार को 350 लोगों को अदन से बाहर निकालकर उन्हें पड़ोसी देश जिबूती पहुंचा दिया. यहां से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ग्लोबमास्टर परिवहन विमान से उन्हें स्वदेश लाया जाएगा. साथ ही भारत ने वहां फंसे बांग्लादेशी नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए सहमति जताई है.

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यमन से निकाले गए 350 भारतीय, बांग्लादेश की मदद करेगा भारत

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  • April 2, 2015 2:34 am Asia/KolkataIST, Updated 10 years ago

नई दिल्ली. भारत ने संघर्ष प्रभावित यमन में अपने देशवासियों को सुरक्षित बाहर निकालने के अभियान को तेज करते हुए बुधवार को 350 लोगों को अदन से बाहर निकालकर उन्हें पड़ोसी देश जिबूती पहुंचा दिया. यहां से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ग्लोबमास्टर परिवहन विमान से उन्हें स्वदेश लाया जाएगा. साथ ही भारत ने वहां फंसे बांग्लादेशी नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए सहमति जताई है.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि संघर्ष प्रभावित यमन से 350 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालकर जिबूती लाया गया है, जहां से भारतीय वायु सेना के एक विमान द्वारा बुधवार को उन्हें स्वदेश लाया जाएगा. सुषमा ने बुधवार को किए गए एक ट्वीट में कहा कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह यमन के पड़ोसी देश जिबूती में हैं और भारतीय नौसेना तथा भारतीय वायु सेना के साथ अभियान का समन्वय कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुरक्षित निकाले गए भारतीयों को लेकर आईएएफ का एक ग्लोबमास्टर परिवहन विमान कोच्चि में, जबकि दूसरा मुंबई में उतरेगा.

सुषमा ने कहा, “भारतीय नौसेना की सहायता से अदन से बाहर निकाले गए भारतीय नागरिक जिबूती पहुंच चुके हैं. उन्हें आईएएफ के विमान से आज (बुधवार) भारत लाया जाएगा। देर शाम को एक विमान कोच्चि, जबकि दूसरा मुंबई में उतरेगा.” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि बाहर निकाले गए 350 भारतीय नागरिकों में 206 केरल, 40 तमिलनाडु, 31 महाराष्ट्र, 23 पश्चिम बंगाल, 22 दिल्ली, 15 कर्नाटक तथा 13 आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के निवासी हैं. राजनीतिक संकट से जूझ रहे यमन के अदन से भारतीयों को नौसेना के जहाज आईएनएस सुमित्रा से सुरक्षित गुरुवार देर रात जिबूती पहुंचाया गया. 

यमन से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के अभियान ‘ओप राहत’ के तहत दो युद्धपोत आईएनएस मुंबई और आईएनएस तरकश यात्री पोत कवारत्ती और कोरल्स के साथ कोच्चि तट से जिबूती के लिए रवाना हो चुके हैं. यमन में 22 जनवरी को शिया हौती विद्रोहियों ने राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी का तख्ता पलट कर राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से वहां संघर्ष जारी है. सऊदी अरब के नेतृत्व में 10 अरब देशों की गठबंधन सेना ने हौती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है.

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