बर्लिन. एंजेला मर्केल को चौथी बार जर्मनी की चांसलर चुन लिया गया है. रविवार को हुए आम चुनाव में एंजेला ने जीत दर्ज की है. मर्केल ने अपने कंजरवेटिव (सीडीयू और सीएसयू) गठजोड़ के साथ करीब 33 प्रतिशत मत हासिल किया. हालांकि पहले के मुकाबले में उनकी पार्टी ने सबसे बुरे परिणामों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें एंजेला मर्केल के गठबंधन को (सीडीयू और सीएसयू) 33 प्रतिशत वोट मिले हैं. जबकि दूसरे स्थान पर सोशल डेमोक्रेट्स को 20.5 प्रतिशत वोट मिले हैं. इसी क्रम में इस्लाम विरोधी एएफडी पार्टी को 13 प्रतिशत वोट मिले हैं. एएफडी की पार्टी तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. इस पार्टी ने हमेशा इस्लामिक और शरणार्थियों के खिलाफ रहे हैं.
बता दें एंजेला मार्केल की पार्टी ने 1949 से सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. जीत के बाद एंजेला मर्केल को शरणार्थियों ने खूब खुशियां मनाई. लेकिन एंजेला मर्केल के लिए कई चुनौतियां होंगी. विपक्ष के रूप में उभरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर एएफडी प्रवासियों का कड़ा विरोध करने वाली है.
गौरतलब है कि जर्मनी में 10 लाख से ज्यादा रिफ्यूजी और दूसरे माइग्रेंट्स रह रहे हैं. वहीं, ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन (EU) से बाहर होने (ब्रैग्जिट) के बाद यूरोप के भविष्य पर संशय बना हुआ है.