फ्लोरिडा : कैरेबियाई क्षेत्र में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान इरमा अमेरिका के फ्लोरिडा के दक्षिणी द्वीप समूह से टकराया. इस तूफान के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है. तूफान के मद्देनजर भारतीय मूल के हजारों अमेरिकी नागरिकों समेत लाखों लोगों को राज्य से बाहर निकाला गया. तूफान को देखते हुए कुछ जगह खाली भी करवा दिए गए हैं तो कुछ इलाकों को पूरी तरह से खाली कराने के आदेश जारी कर दिए हैं.
फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहे तूफान की सूचना मिलने के बाद यहां रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. तीन देशों में स्थित भारतीय दूतावासों में विशेष डेस्क बनाए गए हैं. सहायता के लिए फोन नंबर भी जारी किए गए हैं. विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह इस तूफान इरमा से प्रभावित अमेरिका, वेनेजुएला, फ्रांस और नींदरलैंड में रहने वाले प्रवासी भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं और नजर बनाए हुए हैं.
तूफान आज फ्लोरिडा पहुंच जाएगा. फ्लोरिडा के गवर्नर रिक स्कॉट ने लोगों से जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है. रिक ने कहा कि राज्य ने इससे पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा. वहीं अमेरिकी सेना भी तूफान में राहत व बचाव कार्य के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है. सेना के पास 140 से ज्यादा विमान, सैकड़ों ट्रेके और नौकाएं तैयार हैं. इससे पहले यह तूफान क्यूबा के कामुई, आर्किपेलागो में तबाही मचा चुका है. तूफान के कारण कैरेबियाई द्वीपों में कई लोगों की जान जा चुकी है.
बताया जा रहा है कि इरमा तूफान द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल हुए सभी बमों से दो गुना ज्यादा ताकतवर है. विशेषज्ञ इस तूफान की शक्ति सात लाख करोड़ वाट्स बता रहे हैं. इस तूफान को दो और तूफानों का साथ मिल गया है जिस कारण ये और खतरनाक हो गया है.