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सैटेलाइट व्यू: देखिये सनकी तानाशाह के हाइड्रोजन बम परीक्षण का कितना ज्यादा हुआ असर

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे सनकी तानाशाह किम जोंग ने पिछले दिनों सुंगजी बायगाम क्षेत्र से करीब 24 किलोमीटर उत्तर पूर्व की दिशा में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था. किम जोंग के इस परिक्षण से अमेरिका काफी परेशान है क्योंकि पहले से ही किम जोंग अमेरिका को हाइड्रोजन बम से बर्बाद करने की धमकी दे चुका है. हाल ही में जारी हुए सैटेलाइट चित्रों से खुलासा हुआ है कि हाइड्रोजन बम का धमाका इतना बड़ा था कि उससे पहाड़ों के आकार तक बदल गए.

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  • September 6, 2017 4:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे सनकी तानाशाह किम जोंग ने पिछले दिनों सुंगजी बायगाम क्षेत्र से करीब 24 किलोमीटर उत्तर पूर्व की दिशा में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था. किम जोंग के इस परिक्षण से अमेरिका काफी परेशान है क्योंकि पहले से ही किम जोंग अमेरिका को हाइड्रोजन बम से बर्बाद करने की धमकी दे चुका है.
 
हाल ही में जारी हुए सैटेलाइट चित्रों से खुलासा हुआ है कि हाइड्रोजन बम का धमाका इतना बड़ा था कि उससे पहाड़ों के आकार तक बदल गए. 
 
 
इस परीक्षण की वजह से दो भूकंप आए थे जिसके कारण शुरू में अटकलें थी कि इस बम से रेडियोएक्टिव पदार्थ वातावरण में लीक हो जाएंगे. सियोल ने पुष्टि की थी कि विकिरण का स्तर सामान्य रहा लेकिन धमाका कुछ ऐसा था कि उससें पूरा पहाड़ भी गिरया जा सकता था और पहाड़ भी वो, जो दुनिया का सबसे घातक ज्वालामुखी पर्वत है ‘पैकटू’.
 
 
 
यह सैटेलाइट तस्वीरें धामके से पहले और बाद की हैं. आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि धमाके का क्या प्रभाव रहा और किस हद तक धमाके की वजह से असर देखने को मिला.
 
 
 
अमेरिका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक रविवार को हुए विस्पोट में 6.3 की तीव्रता से भूकंप आया था और कुछ मिनट बाद 4.1 की तीव्रता से दूसरा भूकंप आया. इस परीक्षण की खबर सबसे पहले दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप ने जारी की. सैन्य अधिकारियों के हवाले से जारी इस बयान में कहा गया कि उत्तर कोरिया ने छठा परमाणु परीक्षण किया है. 
 
 
हालांकि उत्तर कोरिया ने पहले ही हाइड्रोजन बम बनाने का दावा कर दिया था. परीक्षण से पहले किम जोंग ने वैज्ञानिकों के साथ न्यूक्लियर वेपंज इंस्टिट्यूट का दौरा किया और परमाणु हथियारों को लेकर उनका मार्गदर्शन किया था.

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