इस्लामाबाद: ब्रिक्स घोषणा पत्र में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों का जिक्र होने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान ने ब्रिक्स घोषणा पत्र को खारिज करते हुए कहा कि उनकी धरती आतंकवाद के लिए सुरक्षित नहीं है. पाक के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि आतंकवादियों के लिए उनकी धरती पर कोई सुरक्षित स्थान नहीं है. उनहोनें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के नेताओं द्वारा क्षेत्र में आतंकवादी समूहों के नाम पर भी सवाल खडे़ कर दिए और ब्रिक्स घोषणा को खारिज कर दिया.
दस्तगीर ने कहा कि अफगानिस्तान की 40 फीसदी धरती आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित स्थान है, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई की है और केवल कुछ बाकी हैं. इससे पहले ब्रिक्स समिट में भारत ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था. ब्रिक्स श्यामन घोषणापत्र के 48वें पैराग्राफ में आतंकवाद पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई है. इसमें लिखा गया था कि हम लोग आस-पास के इलाके में फैल रहे आतंकवाद और सुरक्षा की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हैं.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के साझा घोषणापत्र में पहली बार पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद समेत तालिबान, आईएस, अलकायदा व हक्कानी नेटवर्क की हिंसा का जिक्र किया गया है. इसके साथ ही आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा भी की गई थी. विदेश मंत्रालय में सचिव प्रीति सरन ने सम्मेलन को लेकर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान यह जानकारी दी है. इसके अलावा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने सबका साथ सबका विकास पर जोर देते हुए कहा था कि सबके साथ से ही आतंकवाद को खत्म किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘सबको साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा. हमें आतंकवाद के खात्मे के लिए, साइबर सिक्योरिटी के लिए और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी आपसी सहयोग से आगे बढ़ना है.’