ढाका: म्यांमार में हिंसा के कारण रोहिंग्या मुसलमानों के साथ हिंदू भी म्यांमार से पलायन कर रहे हैं और बांग्लादेश में शरण लेने के लिए पहुंच रहे हैं. बांग्लादेशी अधिकारियों के अनुसार हजारों रोहिंग्या मुसलमानों के साथ करीब 5,00 हिंदू बांग्लादेश के कोक्स बाजार में पहुंचे हैं. वहीं संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों का अनुमान है कि पिछले 10 दिनों की हिंसा में करीब 90,000 लोग म्यांमार से बांग्लादेश पहुंच गए हैं.
अगर रोहिंग्या मुसलमानों के म्यांमार से पलायन की कुल संख्या की बात करें तो पिछले साल अक्टूबर से अब तक करीब 150,000 मुसलमान म्यांमार छोड़ चुके हैं. बौद्ध धर्म को मानने वाले देश म्यांमार से इतनी बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलामनों के पलायन का कारण उनका वहां की सेना से चल रहा हिंसक संघर्ष को बताया जा रहा है.
म्यांमार सरकार ने सेना के हमले में मारे जाने वालों को विद्रोही बताया है. म्यांमार की नेता आंग सान सू की ‘राखिने स्टेट’ में शांति बहाली के लिए विद्रोहियों के खिलाफ सेना के ऑपरेशन की सराहना करते हुए जवानों की पीठ थपथपाई. जिस मिलिटेंट ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली उसने म्यांमार में अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ सेना और सरकार के अत्याचार के खिलाफ इसे बदला बताया.
बता दें कि इस साल 25 अगस्त को विद्रोही रोहिंग्या मुसमानों के संगठन ‘अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’ ने म्यांमार के पश्चिमी क्षेत्र में एक सुनियोजित हमले में 89 लोगों की हत्या कर दी और पैरामिलिट्री चौकियों को ध्वस्त कर दिया.