खुदाई में निकला 5000 साल पुराना रहस्यमयी मकबरा, निकले नर कंकाल समेत एक पत्थर की गदा

नई दिल्ली: जीवाश्म विज्ञानी ने ऑर्कनी में 5,000 साल पुराने मकबरे और खंडहरों का पता लगाया है. जिसमें खुदाई के दौरान बगल के सेल चैंबर से महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों के 14 कंकाल मिले हैं. उनमें से दो इस तरह के कंकाल पाए गए जिनको देखकर लग रहा है कि वे एक-दूसरे को गले लगा […]

Advertisement
खुदाई में निकला 5000 साल पुराना रहस्यमयी मकबरा, निकले नर कंकाल समेत एक पत्थर की गदा

Deonandan Mandal

  • October 23, 2023 2:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: जीवाश्म विज्ञानी ने ऑर्कनी में 5,000 साल पुराने मकबरे और खंडहरों का पता लगाया है. जिसमें खुदाई के दौरान बगल के सेल चैंबर से महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों के 14 कंकाल मिले हैं. उनमें से दो इस तरह के कंकाल पाए गए जिनको देखकर लग रहा है कि वे एक-दूसरे को गले लगा रहे है. मकबरे का व्यास लगभग 15 मीटर या उससे अधिक है और इसमें एक पत्थर की संरचना भी बनी है, जिसमें जानें के लिए 7 मीटर लंबे रास्तें है।

गोलाकार और घुमावदार है बनावट

राष्ट्रीय संग्रहालय स्कॉटलैंड में नवपाषाण काल के वरिष्ठ क्यूरेटर डॉ. ह्यूगो एंडरसन-व्हाइमार्क ने कार्डिफ़ विश्वविद्यालय में पुरापाषाण पुरातत्व के प्रोफेसर विकी कमिंग्स के साथ खुदाई का प्रभुत्व किया. यहां मिले मकबरे का आकार गोलाकार है और साथ ही इसमें एक आयताकार कक्ष भी मौजूद है जो घुमावदार मेहराब के साथ छह सेल से घिरा हुआ है।

मकबरे का अंदरूनी भाग सात या आठ मीटर का है.‌ इसमें न ही केवल कब्र मिली है बल्कि उस स्थान से पूरे-पूरे कंकाल भी मिले है. सेल चैंबर के निर्माण में ऐसे पत्थर लगाए गए थे जो ऊपर उठने के साथ ही संकीर्ण होते जात है. एंडरसन-व्हाइमार्क का कहना है कि वे वास्तव में एक कमाल के इंजीनियरिंग हैं. जब यह मकबरा मूल रूप से बनाया गया होगा तो यह उस समय में एक बहुत बड़ी विशेषता रहा होगा। अंदर का पत्थर की नक्काशी भी कमाल की रही होगी।

केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता

सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन

Advertisement