इस्लामाबाद: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस्लामाबाद को फटकार के बाद पाकिस्तान सरकार ने अमेरिका से होने वाली नई साउथ एशिया पॉलिसी को लेकर बातचीत बंद कर दी है. पाकिस्तान सरकार ने इसके लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया है. इस बात की जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक न्यूज चैनल को दी. आसिफ ने बताया की अमेरिका को लेकर संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसे पास कर दिया गया है. सदन ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान की कुर्बानी की पूर्ण रुप से उपेक्षा की है. इसके साथ ही इस प्रस्ताव में पाकिस्तान सरकार को किसी भी प्रकार का अमेरिकी दौरा या फिर अमेरिकी अधिकारियों के पाकिस्तानी दौरे को टालने के लिए कहा गया है. साथ ही अमेरिका से किसी भी प्रकार से मिलने वाले सहयोग को भी खत्म करने की बात कही गई है.
बता दें कि पाकिस्तान ने यह कदम ट्रंप द्वारा दिए गए बयान के बाद उठाया है. ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकवाद के पनपने या फिर आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित देश बताया था. ट्रंप ने कहा था कि हम पाकिस्तानी जमीन पर लगातार बढ़ रहे आतंकी अड्डों को लेकर हम और ज्यादा चुप नहीं रह सकते. ख्वाजा ने अमेरिकी अखबार ‘द डॉन’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान सरकार ने ट्रंप के बयान को काफी गंभीरता से लिया है. अमेरिका की उप विदेश मंत्री ऐलिस वेल्ज पाकिस्तानी दौरे पर आने वालीं थीं लेकिन फिलहाल पाकिस्तान ने उनसे दौरे को टालने के लिए कह दिया गया है. वहीं पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी अगले महीने प्रस्तावित अमेरिकी दौरे से पहले अमेरिका से कोई वार्ता नहीं होगी. ख्वाजा आसिफ ने भारत पर भी निशाना साधा. अमेरिका के अफगानिस्तान रणनीति में भारत के सहयोग मांगने को लेकर आसिफ ने कहा कि भारत को अफगानिस्तान में सैन्य भूमिका नहीं निभानी. उन्होंने कहा कि भारत को अफागानिस्तान की धरती का इस्तेमाल करके पाकिस्तान में किसी भी प्रकार की अस्थिरता पैदा नहीं करने दिया जाएगा.