रंगून : म्यांमार के राखिन राज्य में रोहिंग्या उग्रवादियों द्वारा सीमा चौकियों पर हमले के बाद हुए संघर्ष में 12 सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 71 लोगों की मौत हुई है. म्यांमार की सेना ने कहा कि शुक्रवार तड़के अनुमानित 150 विद्रोहियों ने 20 से ज्यादा चौकियों पर हमला कर दिया. कुछ विद्रोही बंदूकों से लैस थे और देसी विस्फोटकों का इस्तेमाल कर रहे थे. अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (आरसा) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
पिछले साल अक्टूबर के बाद यह दोनों पक्षों के बीच सबसे भीषण मुठभेड़ है. विद्रोही संगठन ने ऐसे और हमले की धमकी दी है. इस हमले में तकरीबन डेढ़ सौ लड़ाकों के शामिल होने की बात कही जा रही है. हालांकि, अपुष्ट सूत्रों की मानें तो इसमें एक हजार विद्रोही शामिल हैं.
वहीं, स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शुक्रवार तड़के करीब 150 उग्रवादियों ने 20 से अधिक पुलिस चौकियों पर हमला किया. सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की. एक बॉर्डर गार्ड पुलिस ऑफिसर ने बताया कि तांग पासा गांव स्थित उसके आउटपोस्ट के 2 अफसर मारे गए हैं. उन्होंने कहा, ‘150 से ज्यादा मुसलमान हमलावरों ने हमारे आउटपोस्ट को घेर लिया और हमला कर दिया.
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान के नेतृत्व वाले एक आयोग की रिपोर्ट में भी म्यांमार में हुई हिंसा का उल्लेख करते हुए इस विभाजन को भरने के लिये तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया गया था.