इस्लामाबाद. पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसान इकबाल ने बुधवार को कहा कि देश के तानाशाह और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तरह ही मुकदमे का सामना करना चाहिए. बता दें कि मुशर्रफ पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है.
उन्होंने कहा कि अगर निर्वाचित प्रधानमंत्री अदालतों के सामने पेश हो सकते हैं और वे कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए बाध्य हो सकते हैं तो रिटायर जनरल के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए, जो देशद्रोह का मुकदमा फेस कर रहे हैं.
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी नागरिक कानून से ऊपर नहीं है. इसलिए यहां कोई कारण नहीं कि नागरकि मुकदमों के ट्रायल से अलग रहें.
उन्होंने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य है कि जो आदमी देश के निराशाजनक मामलों के लिए जिम्मेवार है वो अब कोर्ट के सामने नहीं बल्कि टीवी के सामने बैठकर इंटरव्यू दे रहा है. जब कोर्ट ने उसे विदेश जाने की अनुमति दे दी तब वो देश छोड़ कर चले गये. हम किसी भी और हर कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से अपनी जिम्मेदारी को पूरा करेंगे.
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आरोपी कोई राष्ट्रपति हो, प्राइम मिनिस्टर हो या कोई आम नागरिक हो. अगर किसी ने देश का कानून तोड़ा है और देश को अराजकता की ओर धकेल दिया है तो उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए है और उसे सजा मिलनी चाहिए क्योंकि कानून सभी के लिए समान है.
पाकिस्तान को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर इकबाल ने कहा कि इस्लामाबाद आतंकवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि जितना पाकिस्तान ने आतंक के दंश को झेला है उनता किसी देश ने भी नहीं झेला है.
मंत्री इकबाल ने कहा कि पाकिस्तान पूरे इलाके में शांति चाहता है. उन्होंने आगे कहा कि देश के आर्थिक विकास के लिए आतंकवाद का खात्मा महत्वपूर्ण है.