सलाम: बार्सिलोना हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस तैराक ने फाइनल रेस कुर्बान कर दिया

स्पेन के बार्सिलोना आतंकी हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है. स्पेन के एक तैराक ने मृतकों को श्रद्दांजलि देने के लिए इतना बड़ा त्याग दिया है, जिसकी वजह से चारों ओर उस तैराक की तारीफ हो रही है. जी हां, आतंकी हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए स्पेन के तैराक ने मास्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप के अपने फाइनल रेस को कुर्बान कर दिया.

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सलाम: बार्सिलोना हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस तैराक ने फाइनल रेस कुर्बान कर दिया

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  • August 22, 2017 12:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
बार्सिलोना. स्पेन के बार्सिलोना आतंकी हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है. स्पेन के एक तैराक ने मृतकों को श्रद्दांजलि देने के लिए इतना बड़ा त्याग दिया है, जिसकी वजह से चारों ओर उस तैराक की तारीफ हो रही है. जी हां, आतंकी हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए स्पेन के तैराक ने मास्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप के अपने फाइनल रेस को कुर्बान कर दिया. 
 
बता दें कि बीते गुरुवार को बार्सिलनो के पॉपुलर स्ट्रीट लास रामब्लास पर एक आतंकी हमले में आतंकियों ने भीड़ में गाड़ी को चलाकर लोगों को कुचल दिया था, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी और 130 से अधिक लोग घायल हो गये थे. 
 
स्पेन के तैराक फर्नांडो अलवरेज ने स्वीमिंग चैंपियनशिप के आयोजकों से अनुरोध किया था कि रेस की शुरुवात से पहले हमले में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक मिनट का मौन रखा जाए. मगर आयोजकों ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
 
मगर जैसे ही तैराकी का 200 मीटर का रेस शुरू हुआ, वैसे ही सभी खिलाड़ी पानी में छलांग लगाकर अपनी रेस पूरी करने लगे, मगर फर्नांडो अलवरेज अपने ब्लॉक पर डंटे रहे. उन्होंने रेस में जीत की परवाह किये बगैर हमले में मरे लोगों को की आत्मा की शांति के लिए पूरे 60 सेकेंड तक मौन धारण किये रखा.  
 
 
तैराक फर्नांडो अलवरेज की मानें तो आयोजकों ने उन्होंने कहा कि मृतकों के लिए एक मिनट का मौन रखना संभव नहीं है. क्योंकि इस चैंपियनशिप में एक मिनट भी बर्बाद नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि उनके लिए ये घटना दिलों को झकझोर देने वाली थी. यही वजह है कि मैंने ऐसा करने का फैसला लिया. 
 
यही वजह है कि मैंने एक मिनट बाद ही अपना रेस शुरू किया लेकिन मुझे बुरा नहीं लगा. ऐसा करना मुझे दुनिया में सारे गोल्ड मेडल जीतने से ज्यादा अच्छा लगा. 
 
 
इसके बाद तो सोशल मीडिया पर अलवरेज की तारीफ करने वालों की जैसे बाढ़ आ गई. सोशल मीडिया पर लोग इन्हें असली विजेता बता रहे हैं. कुछ लोगों ने तो ये भी लिखा है कि अलवरेज ने बार्सिलोना हमले में मृतकों के प्रति जो सम्मान दिखाया है उस हिसाब से उन्हें ही गोल्ड मेडल मिलना चाहिए. 
 
तैराक अलवरेज के इस कारनामे के बाद उनका क्लब भी काफी खुश नजर आ रहा है. हर कोई के दिल में अलवरेज के प्रति सम्मान और प्यार की भावना और बढ़ गई है. 
 

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