नई दिल्ली. पिछले दो महीने से डोकलाम में चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव के बीच भारत को जापान का समर्थन मिला है. चीन के प्रतिद्वंदी जापान ने डोकलाम के मसले पर भारत और भूटान की मौजूदा स्थिति का समर्थन किया है.
जापान ने कहा है कि चीन को विवादित क्षेत्र में पूर्व की स्थिति (status quo) को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. जापान इस स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुई है.
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, भारत में जापान के राजदूत केनजी हिरामात्सु ने नई दिल्ली के सामने इस मुद्दे पर टोक्यो की स्थिति साफ की है. उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि डोकलाम भूटान और चीन के बीच विवादित क्षेत्र है और दोनों देश बातचीत कर रहे हैं. हम ये भी समझते हैं कि भारत की भूटान के साथ एक ट्रीटी है और इसी वजह से भारतीय सैनिक इलाके में मौजूद हैं.
बता दें कि सिक्किम-तिब्बत-भूटान ट्राइजंक्शन इलाके में स्थित डोकलाम में चीन ने सड़क निर्माण की कोशिश की थी. यह क्षेत्र भूटान का है, जिसके बाद भारतीय सेना ने सामरिक नजरिए से बेहद अहम इस इलाके में पीएलए को सड़क बनाने से रोक दिया था. जिसके बाद से ही दोनों देशों के सेनाओं के बीच तनातनी जारी है.
गौरतलब है की जापान का ये साथ इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि जापान के पीएम शिंजो अबे सितंबर में भारत का दौरा करने वाले हैं. बता दें कि भारत के लिए डोकलाम में चीन को सड़क निर्माण से रोकना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है.