वॉशिगटन : अमेरिका ने पेरिस जलवायु समझौते से हटने का फैसले करते हुए संयुक्त राष्ट्र को औपचारिक रुप से सूचित कर दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार अमेरिका का ये कदम राष्ट्रपति ट्रंप की चुनावी घोषणा का हिस्सा है.
संयुक्त राष्ट्र को भेजे नोटिस में अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यदि अमेरिका के लिए इस समझौते की शर्तों में सुधार होता है तो वह बातचीत की प्रक्रिया में शामिल रहेगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका लगातार जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की होने वाली बैठकों में भाग लेता रहेगा. अमेरिका को पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से बाहर होने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा.
अमेरिकी बयान में कहा गया है कि अमेरिका अपने हितों के संरक्षण और भविष्य के सभी नीतिगत विकल्पों को खुला रखने के लिए जयवायु परिवर्तन को लेकर होने वाली अंतराष्ट्रीय बातचीत और बैठकों में शऱीक होता रहेगा.
बता दें कि पेरिस समझौते की शर्तों के अनुसार अमेरिका चार नवंबर 2020 तक इस समझौते से पूरी तरह अलग नहीं हो सकता. पेरिस समझौते का उद्देश्य धरती को औद्योगिक काल की शुरुआत के तापमान से दो डिग्री अधिक गर्म होने से बचाना है.